डेस्क: अब्बास के परिवार के लोगो ने दावा किया है कि कासगंज में बंद अब्बास अंसारी ( Abbas Ansari ) की जान को खतरा है। परिवार के लोगों ने इस बाबत एक पत्र लिख प्रमुख सचिव को जानकारी दी है। हांलाकि जेल प्रशासन का कहना है कि ऐसी कोई आधिकारिक जानकारी पत्र से संबंधित सामने नहीं आई है।
दरअसल माफिया अब्बास अंसारी चित्रकूट की जेल में बंद था, जो जेल में अवैध तरीके से अपनी पत्नी से मिलता था, जिसके पास अब्बास अंसारी की जेल बदली गई। उसे कासगंज की जेल में 15 फरवरी को कड़ी सुरक्षा में शिफ्ट किया गया। जहां कासगंज जेल में अब्बास को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। वहीं अब अब्बास अंसारी के कासगंज जेल मे बंद होने के मामले मे नया मोड़ सामने आ गया है।
अब्बास अंसारी के भाई का कहना है कि उनके पिता मुख्तार अंसारी पर 2001 ओर 2004 में माफिया डॉन ब्रजेश सिंह ओर त्रिवुभन सिंह के द्वारा हमला किया गया था, जिसमें उनके पिता गवाह है। ब्रजेश सिंह ओर त्रिवुभन का मुख्य शूटर कुख्यात अपराधी कुंटू सिंह हैं, जो कासगंज जेल में पहले से ही बंद है, जिससे अब्बास की हत्या करवाने की अब्बास के भाई उमर अंसारी ने आशंका जताई गई है। अब्बास के भाई ने अब्बास को कासगंज जेल से किसी अन्य जेल या केंद्रीय कारागार में भेजने की बात कही है, जहां उसकी जान को खतरा ना रहे।
प्रदेश के टॉप 10 अपराधियों मे ध्रुव कुमार उर्फ़ कुंटू सिंह की गिनती होती है। यह एक बड़ा अपराधी है, जिसे गैंग डी -11 का सरागना भी कहा जाता है, जिसपर प्रदेश में 65 अपराधिक मामले दर्ज हैं। वर्ष 2021 के फरवरी माह में कुंटू सिंह को आजमगढ़ जेल से कासगंज जेल में शिफ्ट किया गया था, जिसे भी कासगंज जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक मे रखा गया है। मुख्तार अंसारी और कुंटू सिंह की गैंग में कई बार भिड़न्त हो चुकी है।
जानकारी के मुताबिक कुंटू सिंह पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की हत्या के मामले में आजमगढ़ की जेल में बंद था। आजमगढ़ जेल से कुंटू सिंह ने पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या की साजिश रची थी और मऊ में पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या करा दी थी। शासन प्रशासन को आशंका थी कि आजमगढ़ जेल में कुख्यात माफिया कोई और साजिश रच सकता है, जिसको लेकर उसकी कासगंज जेल बदली की गई।
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