इंडिया न्यूज, National News : गुजरात कांग्रेस के बड़े नेता के रूप में शुमार हार्दिक पटेल के इस्तीफे के बाद एक अलग तरह की हलचल देखी जा रही है। हमेशा से भाजपा के दिग्गजों को खरी-खोटी सुनाते रहने वाले हार्दिक पटेल गुजरात चुनाव से पहले कांग्रेस से अलग हो गए हैं। एसे में सवाल किया जा रहा है कि हार्दिक का नया ठिकाना क्या होगा। यानी किस दल के लिए ‘हार्दिक शुभ’ होंगे। आपको बता दें कि जिस मूवमेंट पाटीदार आंदोलन में सक्रिय भूमिका की वजह से कांग्रेसी दिग्गजों का हार्दिक के प्रति आकर्षण बढ़ा था, उसमें हार्दिक खरे नहीं उतर सके। मतलब ये कि उनके नाम का बहुत ज्यादा असर गुजरात की राजनीति पर नहीं पड़ सका। विधानसभा चुनाव में हार्दिक किसके लिए क्या कर पाएंगे, यह देखने वाली बात होगी।
इस्तीफे के बाद दबी जुबान यह कयास लगाया जा रहा है कि 28 वर्षीय पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इसकी पुष्टि के लिए यह तर्क भी दिए जा रहे हैं कि हार्दिक भाजपा के कुछ बड़े नेताओं के संपर्क में हैं। वैसे यह संभव हो पाएगा या नहीं, इसे लेकर संशय की स्थिति है। दरअसल, हार्दिक पटेल की आरंभिक दौर से ही आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल से भी निकटता रही है। इसलिए यह कहा जा रहा है कि हार्दिक पटेल आम आदमी पार्टी भी ज्वाइन कर सकते हैं। राजनीतिक के जानकार मानते हैं कि हार्दिक पटेल की सियासी पारी अभी तक सफल नहीं हो सकी है। इसके पीछे उनकी अगंभीर छवि ही जिम्मेदार माना जा रहा है। वो आगे क्या करेंगे, इस पर नजरें टिकी हैं।
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 2019 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। आरंभिक दौर से ही वो पार्टी नीतियों से इत्तर बयानबाजी करते रहे। आपको बता दें कि सीएए, जीएसटी, नोटबंदी, राम मंदिर व अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस का स्टैंड अलग था, लेकिन हार्दिक पटेल गाहे-बगाहे इन मुद्दों का समर्थन करते रहे। कई बार हार्दिक ने यह आरोप भी लगाया था कांग्रेस की वजह से इन प्रमुख मुद्दों को सुलझाया नहीं जा सका। मतलब ये कि कांग्रेस जो कहती थी, हार्दिक उससे अलग सोचते थे। स्वाभाविक है, उनका कांग्रेस में मन नहीं लग रहा था। हार्दिक ने तो एकबार यहां तक कह दिया था कि कांग्रेस ने गुजरात के युवाओं का भरोसा तोड़ा है।
गुजरात कांग्रेस के नेता राज्य में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के खिलाफ कुछ समय पहले तक मीडिया से बात करने से बचते रहे हैं, मगर अब स्थिति बदलने लगी है। पार्टी के प्रवक्ता और पटेल नेता मनहर पटेल ने हार्दिक पटेल के कथित निराधार आरोपों और दावों के लिए उन पर निशाना साधा। मनहर ने कहा कि हार्दिक अपने मुद्दों पर चर्चा करने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय या राज्य के नेताओं से कभी नहीं मिले। मनहर पटेल ने कहा, हार्दिक पटेल दावा कर रहे हैं कि राष्ट्रीय नेता उनसे नहीं मिल रहे हैं, लेकिन तथ्य यह है कि उन्होंने कभी भी अपने मुद्दों पर चर्चा करने के लिए समय नहीं मांगा।
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