लखनऊ: प्रदेश में तीन दिवसीय ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (GIS 2023) का आयोजन किया गया। ये आयोजन राजधानी लखनऊ में आयोजित हुआ था। सरकार का दावा है कि इस आयोजन में 32 लाख करोड़ से अधिक का निवेश आया है। वहीं माना जा रहा है कि करीब 92 लाख से अधिक लोगों को इससे रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इस आयोजन के सफल आयोजन से एक तरफ खुश है तो वहीं नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सरकार और उसके उद्योगपति मित्रों ने जनता को लूटने की नई-नई तरकीबों को खोजने में ही 6 साल लगा दिए हैं।
सपा प्रमुख ने कहा कि सरकार के झूठे दावों की पोल खुल रही है। लोग समझ रहे हैं कि भाजपा सरकार के रहते न तो जनता का भला हो सकता है और नहीं कोई विकास हो सकता है। वहीं अखिलेश ने कहा कि भाजपा राज में सड़के बनी नहीं हैं, गड्ढे भरे पड़े हैं लेकिन भाजपा सरकार ने जनता से टोलटैक्स वसूली के लिए तैयारी कर ली है। उत्तर प्रदेश में सड़कों का बुरा हाल है।
उन्होंने कहा कि राजधानी लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट और जी-20 के डेलीगेट्स के सम्मान में मुख्य मार्ग तो फूलों और रंगबिरंगी चाईनीज झालरों से सजा दिए गए लेकिन बाकी शहरवासी अपनी किस्मत पर रोते रहे। मुख्यमंत्री आवास से ठीक सामने की हजरतगंज जाने वाली पार्क रोड सड़क इन महोत्सवों में भी वीरान पड़ी रही। वहां न सफाई, न पुताई और न सड़क की मरम्मत हुई।
उन्होंने कहा कि भाजपा राज में जनपद बस्ती में बनी बनाई पुलिया के निर्माण के लिए पीडब्लूडी ने दुबारा धन स्वीकृत करा लिया। लेकिन पुलिया बनी नहीं 47 लाख की धनराशि का अतापता नहीं चला। सत्ता संरक्षण में भ्रष्टाचार की ऐसी अनेक कहानियां है। भाजपा का भ्रष्टाचारी तंत्र दिन दूना रात चौगुना बढ़ रहा है जिसे महोत्सवों की चकाचौंध में होशियारी से छुपाने की साजिशें हो रही हैं।