Greater Noida: उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने तत्कालीन विशेष कार्याधिकारी नोएडा विकास प्राधिकरण एवं वर्तमान में विशेष कार्याधिकारी नोएडा विकास प्राधिकरण रविंद्र सिंह यादव को आय से अधिक मामले में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं उनके खिलाफ विभागीय जांच के भी निर्देश दिए गए हैं। अधिकारी के खिलाफ पिछले लंबे समय से शिकायते मिल रही थी। आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने का आरोप विजिलेंस जांच में सिद्ध होने और निर्धारित आय से 158।61 प्रतिशत अधिक व्यय करने पर औद्योगिक विकास मंत्री नन्दी द्वारा यह कार्रवाई की गई।
कार्रवाई के उपरांत औद्योगिक मंत्री ने बताया कि आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नही दिया। उन्होंने बताया कि खुली जांच में प्राप्त किए गए अभिलेखीय एवं मौखिक साक्ष्य के आधार पर रविंद्र सिंह यादव द्वारा अपने सेवा काल में अचल सम्पत्ति एवं रायफल के क्रय विक्रय के सम्बंध में सूचना दिया जाना उनकी व्यक्तिगत पत्रावली में अंकित हैं, लेकिन उन्होंने पैतृक विभाग को इस सम्बंध में कोई सूचना नहीं दी।
दरअसल रविंद्र यादव के नाम पर जसवंत नगर इटावा में 16 अचल सम्पत्तियां खरीदे जाने की पुष्टि हुई। जिसकी जानकारी नोएडा विकास प्राधिकरण को सम्पत्ति खरीदे जाने के पूर्व या बाद में नहीं दी गई। जिस पर नोएडा सेवा नियमावली 1981 एवं उत्तर प्रदेश सरकारी कर्मचारी आचरण नियामवली 1956 के नियम 24(1) के अंतर्गत विभागीय कार्यवाही के लिए दोषी पाए जाने पर ओएसडी रविंद्र सिंह यादव को तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया गया है। साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच और कार्रवाई के भी आदेश दिए गए हैं।
औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा कि औद्योगिक विकास प्राधिकरणों में किसी भी तरह के भ्रष्टाचार को बर्दास्त नहीं किया जाएगा। भ्रष्टाचारियों की खैर नहीं है। जो भी आम जनमानस को परेशान करेगा, उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। उद्यमियों, व्यापारियों व आम जनता का किसी भी तरह से शोषण बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
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