मूली स्वाथ्य के लिए फायदेमंद होती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार सर्दियों में मूली के उपयोग से इम्यूनिटी पावर बढ़ता है। सर्दी खांसी होने वाली बीमारियों से खुद को बचाया जा सकता है। मूली खाने से दिल की बीमारियों का खतरा नहीं रहता है। वहीं बहुत लोग मूली खाने से बचते हैं। लोगों का कहा होता है कि मूली खाने के बाद उनके पेट में गैस बनती है। जिससे उन्हें कई बार लोगों के सामने शर्मिंदा भी होना पड़ता है।
कई बार तो मूली खाने से पेट में दर्द होने की भी समस्या होती है। आयुर्वेदाचार्य के अनुसार इस तरह की तकलीफ मूली खाने से नहीं होती है। बल्कि मूली के गलत तरीके से सेवन करने से होती है। मूली को खाने का भी एक वक्त होता है। लोगों में देखा गया है कि कभी भी किसी तरह से मूली का सेवन करते हैं। जिसका नतीजा होता है कि उन्हें पेट में दर्द या अधिक गैस बनने जैसी समस्या पैदा होती है।
मूली को पहले तो खाली पेट नहीं खाना चाहिए। रात के खाने समय भी मूली का सेवन नहीं करना चाहिए। ज्यादातर लोग मूली को खाने के साथ सलाद के लिए उपयोग करते हैं। जबकि आपको पकी सब्जियों के साथ सलाद में कच्ची सब्जियां का सेवन नहीं करना चाहिए। इस हरकत से आपके पाचनतंत्र पर असर पड़ता है। इसलिए मूली को सुबह के नाश्ते के बाद खाएं या दोपहर के खाने से पहले खाए। चाहें आप लंच और डिनर के साथ भी ले सकते है। मूली खाने से आपके शरीर में मूली के सभी पोषक तत्व मिलेंगे और पाचन क्रिया को भी मजबूती मिलेगी।
मूली खाने का सही तरीका जानें
कच्ची मूली यदि आप खाते हैं तो इसके साथ अन्य कच्ची सब्जियां भी शामिल करें। जैसे खीरा, टमाटर, गाजर आदि को शामिल कर सलाद की तरह खा सकते हैं।
मूली खरीदते टाइम ध्यान दें कि अधिक पकी हुई मूली न खरीदें। मूली को पतली, छोटी और स्वाद में मीठी मूली का उपयोग करें।
मूली को पचाने में काफी समय भी लगता है, इसलिए मूली खाते वक्त एक स्थान पर नहीं बैठना चाहिए।
सर्दियों के मौसम में रोजाना मूली खाने से खांसी जुकाम जैसी समस्या से खुद को बचाया जा सकता है।
मूली के उपयोग से दिल से जुड़ी बीमारियां कम होती है।
पाचन तंत्र मजबूत करने और डाइजेशन से खुद को बचाने के लिए मूली फायदेमंद है।
मूली ब्लड शुगर की मात्रा को भी शरीर के अंदर कम करती है।