IAS Abhishek Singh Suspended: 2011 बैच के यूपी कैडर के IAS अभिषेक सिंह को योगी सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। वह बिना सूचीत किए करीब 3 महीने से छुट्टी पर चल रहे थे। अभिषेक को गुजरात चुनाव के दौरान प्रेक्षक बनाया गया था। उन्होंने यह जानकारी आपने सोशल मीडिया हैडल पर पोस्ट कर के दी थी। इस पर आयोग ने उन्हें प्रेक्षक पद से हटाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
उसके बाद से ही अभिषेक सिंह बिना सूचना दिए लापता हैं। उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के आदेश भी दिए गए हैं। जल्द इस संबंध में अलग से आरोप पत्र जारी किया जाएगा। जबकि योगी सरकार ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स सममित के आयोजन की चलते सभी IAS और IPS अफसरों की छुट्टी 15 फरवरी तक रद्द कर दी है।
वर्ष 2015 में IAS अभिषेक 3 साल के लिए दिल्ली सरकार में प्रतिनियुक्ति(दूसरे के स्थान पर कुछ समय तक काम करना) पर गए थे। साल 2018 में प्रतिनियुक्ति की अवधि 2 साल के लिए बढ़ाई गई। लेकिन उस दौरान वह मेडिकल लीव पर चले गए। इसके बाद दिल्ली सरकार ने उन्हें 19 मार्च 2020 को मूल कैडर यूपी वापस भेज दिया। उन्होंने यूपी में लंबे समय तक जॉइनिंग नहीं की। 10 अक्टूबर 2022 को नियुक्ति विभाग ने जब उनका पक्ष मांगा तो इतनी लंबे समय तक लापता रहने का कोई उत्तर भी नहीं दिया।
IAS अभिषेक सिंह की पत्नी दुर्गा शक्ति नागपाल भी IAS अधिकारी हैं। IAS अभिषेक का जन्म 22 फरवरी 1983 को उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में हुआ था। दिल्ली यूनिवर्सिटी से बी.कॉम की पढ़ाई की। उनके पिता IAS अधिकारी रह चुके हैं। चाचा यूपी पुलिस में डिप्टी एसपी पद से रिटायर हैं। उनकी छोटी बहन डेंटिस्ट हैं। भाई MNC में जॉब करते हैं।
दुर्गा शक्ति नागपाल का जन्म 25 जून 1985 को छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में हुआ था। उनके पिता सुभाष नागपाल भारतीय सांख्यिकी सेवा अधिकारी थे। दुर्गा शक्ति नागपाल की वर्तमान पोस्टिंग वाणिज्य विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार में है। वह 19 जुलाई 2019 से वहां उप सचिव के पद पर कार्यरत हैं।
यह पहली बार नहीं है जब IAS अभिषेक को स्सपेंड किया गया हो। 30 जून 2022 को उन्होंने यूपी में जॉइनिंग की थी। इसके बाद प्रदेश सरकार ने गुजरात विधानसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग को भेजी गई सूची में उनका नाम शामिल किया। लेकिन प्रेषक ड्यूटी का कार्यभार भी ग्रहण कर अपनी फोटो खिंचवा कर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी थी। जिसके चलते 18 नवंबर 2022 को उन्हें प्रेक्षक ड्यूटी से हटा दिया गया। इसके बाद से उन्होंने ड्यूटी ज्वाइन नहीं की।
Report By : Ritesh Mishra