इंडिया न्यूज, UP Police News : आगरा में रक्षक ही भक्षक बन गए। दरोगा ने सिपाहियों के संग मिलकर चांदी कारीगर भाइयों से दिनदहाड़े 350 ग्राम चांदी लूट ली। इसके बाद उन्हें चौकी लेकर पहुंचे। यहां इनकाउंटर में लंगड़ा बना देने का डर दिखाकर पांच लाख रुपये की मांग की। परिजनों ने रुपये उधार लेकर 74 हजार रुपये देकर दोनों को छुड़वाया। शिकायत पर हुई जांच में एसएसपी ने दरोगा व दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। पूरा मामला आगरा के थाना एत्माउद्दौला की फाउंड्री नगर पुलिस चौकी का है।
हाथरस के सादाबाद में चांदी कारीगर विपिन कुमार रहता है। सात जून को वह घर से 25 किलो चांदी की ज्वेलरी लेकर आगरा किनारी बाजार में डिलीवरी देने जा रहे थे। उसका भाई धर्मेंद्र बाइक चला रहा था। टेढ़ी बगिया चौराहे के पास अजय नेहरा नामक एक सिपाही और एक सादा कपड़ों में युवक ने उन्हें रोक लिया। दोनों को चौकी चलने को कहा।
विपिन ने मौके पर ही कागज और डीएल देखने की बात कही। इस पर सिपाही ने किसी को फोन किया। इसके बाद दरोगा नीलकमल, सिपाही कपिल कुमार और एक सादा कपड़ों में व्यक्ति भी वहां आ गया। सभी विपिन और उसके भाई को जबरन कार में डालकर चौकी ले गए। यहां दिन भर उन्हें थर्ड डिग्री दी गई। इसके बाद दरोगा ने अपने नंबर से विपिन के परिवार वालों को वाट्सअप कॉल कर दोनों को छोड़ने के एवज में 5 लाख रुपए की रिश्वत मांगी।
रुपये न देने पर उन्हें चांदी लुटेरा बनाकर इनकाउंटर कर लंगड़ा बनाने की धमकी देकर डराया गया। पीड़ित के अनुसार पिता ने हाथ-पैर जोड़कर उन्हें 74 हजार रुपये दिए। इसके बाद देर रात पुलिसकर्मियों ने उन्हें किसी तरह की राजनीति न करने की चेतावनी देकर भगा दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उसके पास रखे 2,200 रुपये और झोले से 350 ग्राम चांदी भी रख ली।
पीड़ित विपिन ने बताया कि सात जून की रात दो बजे उन्हें छोड़ा गया और तब से लेकर शनिवार सुबह तक वे लोग दहशत में घर पर ही रहे। इस दौरान बिना किसी जुर्म के मिली सजा को याद करके दोनों भाई रोते रहे। इसके बाद परिवार और आस-पड़ोस के लोगों ने उन्हें हिम्मत दी। छोटे भाई ने तब तक घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज की जानकारी कर ली और फिर वे लोग एसएसपी के सामने पेश हुए।
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एसएसपी सुधीर कुमार ने घटना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल खुद ही प्रारंभिक जांच की। इसके बाद उन्होंने सबूतों के आधार पर दरोगा नीलकमल, सिपाही कपिल और अजय को सस्पेंड कर दिया। उन्होंने बाकी दो आरोपियों की जानकारी कर गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। एसएसपी ने एसपी ग्रामीण सत्यजीत गुप्ता को जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। उन्होंने कहा कि अगर जांच में आरोपी पुलिसकर्मी दोषी पाए गए, तो तत्काल मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जाएगी।
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