इंडिया न्यूज, चंडीगढ़ (Haryana News)। निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में राज्य सभा चुनाव जीतकर कार्तिकेय शर्मा ने इतिहास रच दिया। कल सुबह 9 बजे से शुरू हुआ मतदान 4 बजे तक हुआ। राज्यसभा चुनाव में मत डालने के लिए कुल 90 वोट थे, लेकिन एक वोट को निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने डालने से साफ मना कर दिया, जिस कारण 89 वोट रह गए।
देर रात तक नतीजा नहीं निकल सका था क्योंकि चुनाव आयोग में भाजपा उम्मीदवार और निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि कांग्रेस विधायक बत्तरा और किरण चौधरी ने 1961 के गोपनीयता का नियम तोड़ा है, इसलिए इनके वोट रद किए जाएं।
शाम 5 बजे के बाद ही सबकी नजरें राज्यसभा चुनाव परिणाम पर टिकी रहीं और देर रात तक उथल-पुथल के बीच रिजल्ट जारी नहीं हो सका था। मुकाबला काफी रोचक भी नजर आ रहा था। वहीं दोबारा काउंटिंग के बाद अलसुबह 2.30 बजे के बाद चुनाव आयोग ने रिजल्ट जारी कर दिया, जिसमें भाजपा के कृष्ण लाल पंवार और निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा को विजयी घोषित कर दिया।
बता दें कि फार्मूले के अनुसार एक वोट 100 के बराबर मानी गई। कांग्रेस की एक वोट कैंसल होने और एक वोट कुंडू के न डालने के कारण अब 88 वोट बचे थे। अब 8800/3=2934 वोट जीत के लिए प्रत्याशी को चाहिए थे। कृष्णलाल पंवार के बचे 66 वोट कार्तिकेय शर्मा को ट्रांसफर हो गए, जिस पर निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा जीत गए।
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