उत्तरप्रदेश के लखनऊ में डीजीपी की ओर से जारी निर्देशों में बताया गया है कि रेल में लाखों देशवासियों के साथ-साथ विदेशी यात्री भी यात्रा करते हैं। वहीं अगर वर्दीधारी पुलिसकर्मी यात्रा करने के समय कोई अनुचित व्यवहार करता है तो सोशल मीडिया की सहायता से इसका बात का पता कम समय में लाखों लोगों के पास चला जाता है।
डीजीपी डीएस चौहान ने कहा कि फ्री में रेल की यात्रा करने वाले पुलिसकर्मियों को चेतावनी दी गई है। वहीं यदि रेल यात्रा के नियमों का उल्लंघन करते देखे जाने पर अर्थात रेलकर्मियों के साथ गलत करने पर विधिक एवं विभागीय कार्रवाई की जाएगी। वहीं कुछ दिन पहले की बात करे तो एक ट्रेन के एसी कोच में मुफ्त यात्रा कर रहे पुलिसकर्मियों ने एक टीटीई के साथ गतल व्यवहार करते पकड़े गए थे। इस घटना के लिए डीजीपी को पत्र भी लिखा गया था।
अगर बताए तो इस तरह की घटना बीते गत 10 मार्च को अमरनाथ एक्सप्रेस और 14 मार्च को अर्चना एक्सप्रेस में यात्रा के समय नजर आई थी। राजकीय काम से यात्रा करने वाले पुलिसकर्मियों को राज्य सरकार की तरफ से यात्रा भत्ता भी दी जाती है। यह प्रत्येक पुलिसकर्मी का उत्तरदायित्व बनता है कि वह यात्रा के समय ऐसा काेई हरकत न करें। जिससे की पुलिस विभाग की छवि खराब हो।