होम / Manufacture of AK-203 Rifle in Amethi: सरहद पर दुश्मनों पर भारी पड़ेगी अमेठी की एके-203 राइफल, रूस से हुए रक्षा समझौते के तहत केंद्र सरकार ने दी 6 लाख राइफल निर्माण की मंजूरी

Manufacture of AK-203 Rifle in Amethi: सरहद पर दुश्मनों पर भारी पड़ेगी अमेठी की एके-203 राइफल, रूस से हुए रक्षा समझौते के तहत केंद्र सरकार ने दी 6 लाख राइफल निर्माण की मंजूरी

• LAST UPDATED : December 4, 2021

इंडिया न्यूज, लखनऊ:
Manufacture of AK-203 Rifle in Amethi: देश ने रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भता की तरफ एक और कदम उठाते हुए केंद्र सरकार ने रूस के साथ हुए समझौते के तहत उत्तर प्रदेश के अमेठी में अत्याधुनिक एके-203 राइफल के निर्माण की मंजूरी दे दी है। इस समझौते के तहत अमेठी के कोरवा में कारखना स्थापित किया जायगा जिसमें 6 लाख राइफल तैयार किए जायेंगे, जबकि 1 लाख राइफल्स की आपूर्ति रूस करेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्टÑपति ब्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली बैठक से पहले यह फैसला लिया गया है। मोदी और पुतिन की बैठक सोमवार को दिल्ली में होगी।

इंसास की जगह लेगी एके-203 राइफल्स Manufacture of AK-203 Rifle in Amethi

भारत और रूस के बीच एससीओ (शंघाई कॉपोर्रेशन ऑर्गनाइजेशन) में हुए सौदे के तहत 1 लाख राइफल्स का आयात रूस करेगा जबकि 6 लाख राइफल्स का निर्माण भारत खुद करेगा। इन्हें भारत और रूस के ज्वाइंट वेंचर इंडो-रशिया राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (आईआरआरपीएल) द्वारा तैयार किया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस समिट में हिस्सा लेने के रूस गए थे। इस सौदे के तहत अब इन राइफल को उत्तर प्रदेश में तैयार किया जाएगा। इन्हें हिमालय की ऊंची और ठंडी टेरेन में तैनात इंडियन आर्मी इस्तेमाल करेगी।

Manufacture of AK-203 Rifle in Amethi

एके-203 को एके-47 राइफल्स का सबसे एडवांस्ड वर्जन माना जाता है। 1996 से इस्तेमाल हो रहे इंडियन स्मॉल आर्म्स सिस्टम (इंसास) असॉल्ट राइफल की जगह अब एके-203 लेगा। इन हथियारों के तात्कालिक डिफेंस इक्विपमेंट्स को भी जल्द से जल्द सौंपे जाने को लेकर इंडिया रूस में सहमति बनी है। हिमालयन रेंज में चीन के बढ़ते खतरे को देखते हुए इसे बड़ा कदम माना जा रहा है।

एके-203 की खासियतें Manufacture of AK-203 Rifle in Amethi

  • एके-203 असॉल्ट राइफल्स, 400 मीटर की प्रभावी रेंज के साथ, हल्के वजन वाला आधुनिक असॉल्ट राइफल्स उपयोग करने में आसान हैं।
  • 7.62 39े कैलिबर एके-203 राइफल्स तीन दशक पहले शामिल इन-सर्विस इंसास राइफल की जगह लेगी।
  • इससे काउंटर इंसर्जेंसी, काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन में भारतीय सेना की प्रभावशीलता को बढ़ेगी।
  • इसका उत्पादन इंडो-रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (IRRPL) करेगा।
  • एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (एडब्ल्यूईआईएल) और मुनिशन इंडिया लिमिटेड (एमआईएल), और रूस के रोसोबोरोन एक्सपोर्ट (आरओई) के साथ बनाया गया है।
  • एके-203 असाल्ट रायफल की इंडिया में कीमत लगभग 81 हजार रुपए पड़ेगी।
  • लोडेड गन का वजन 4 किलोग्राम होता है।
  • 7.62 एमएम की बुलेट का इस्तेमाल किया जाता है।
  • 10 राउंड पर सेकेंड यानी 600 राउंड पर मिनट फायरिंग क्षमता।

Read More: Yogi will come to Varanasi on Sunday : रविवार को वाराणसी आएंगे योगी, काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण की तैयारियों की करेंगे समीक्षा

Connect With Us: Twitter Facebook

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox