कानपुर अग्निकांड: हाल ही में कानपुर में बुलडोजर की कर्रवाई से नाराज मां बेटी ने आत्मदाह कर लिया था। अधिकारियों के निर्देश के बाद बुलडोजर चलया गया था। इस घटना ने बुलडोजर वाली राजनीति को एक नई हवा दे दी। मामले की जांच की जा रही है, शासन का कहना है कि जांच कर दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी। हालांकि इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। कल सपा का प्रतिनिधि मंडल पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचा था। आज बसपा सुप्रीमों मायावती ने इसको लेकर सरकार पर वार किया है। दरअसल मायावती न सिर्फ इसको लेकर सवाल किया है बल्कि महंगाई और बेरोजगारी पर भी अपना पक्ष रखा है।
बसपा सुप्रीमों मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ” देश व खासकर उत्तर प्रदेश जैसे गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई व पिछड़ेपन आदि से त्रस्त विशाल राज्य में भाजपा सरकार की लोगों को अति-लाचार एवं आतंकित करने वाली बुल्डोजर राजनीति से अब निर्दोष गरीबों की जान भी जाने लगी हैं, जो अति-दुखद व निन्दनीय। सरकार अपना जनविरोधी रवैया बदले”।
वहीं उन्होंने कानपुर की घटना को लेकर सरकार पर वार किया उन्होंने लिखा कि ” कानपुर देहात जिले में अतिक्रमण हटाने के नाम पर हुई ज्यादती व आगजनी की घटना के दौरान झोपड़ी में रहने वाली माँ-बेटी की मौत तथा 24 घण्टे बाद उनके शव उठने की घटना यूपी सरकार के विज्ञापित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से ज्यादा चर्चाओं में है, ऐसे में यूपी का जनहितकारी भला कैसे संभव?”
कानपुर देहात में पुलिस-प्रशासन सोमवार को सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने गया था। इसी दौरान एक महिला चिल्लाते हुए दौड़कर झोपड़ी में चली गई और उसने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। इसके बाद मौके पर उपस्थित पुलिस ने दरवाजा तोड़ दिया और इसी दौरान झोपड़ी में आग गई। महिला और उसकी बेटी अंदर थीं। पुलिस फोर्स और अफसरों के सामने दोनों की जिंदा जलकर मौत हो गई। वहीं, दोनों को बचाने में पति कृष्ण गोपाल बुरी तरह झुलस गए।
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