India News (इंडिया न्यूज), Mukhtar Ansari: गैगेस्टर और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी इस समय प्रदेश के बांद जेल में बंद है। आज 31 साल पुराने अवधेश राय हत्याकांड में कोर्ट में सुनवाई हुई। मुख्तार वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए जुड़ा हुआ था। बहुचर्चित अवधेश राय हत्याकांड मामले में आज वाराणसी के कोर्ट में सुनवाई की गई। वहीं इस ममाले में कोर्ट ने फैसला भी सुरक्षित रख लिया है। फैसला देने के लिए तारीख भी तय कर दी गई है।
बांदा जेल में गैंगेस्टर मुख्तार अंसारी की मुश्किले बढ़ सकती है। वाराणसी की एमपीएमएलए कोर्ट ने बहुचर्चित अवधेश राय हत्याकांड के मामले में सुनाई आज पूरी कर ली। वहीं कोर्ट ने इसको लेकर फैसला भी सुरक्षित रख लिया। कोर्ट ने फैसला देने के लिए तारीख भी निर्धारित कर ली है। आगामी 5 जून को इस मामले में फैसला आएगा। पूरा मामला 31 साल पुराना है। 1991 में कांग्रेस के नेता अवधेश राय की हत्या वाराणसी के लहुराबीर में दिनदहाड़े कर दी गई थी।
उल्लेखनीय है कि इस हत्याकांड का मामला वारणसी के एमएपीएमएलए कोर्ट में विचाराधीन है। वहीं इस मामले की सुनवाई भी चल रही थी। सुनवाई का आज आज आखिरी दिन था। जिसके बाद से कोर्ट ने फैसला देने के लिए तिथि निर्धारित कर दी है। अंसारी पर अवधेश राय हत्याकांड, गाजीपुर में तत्कालीन एडिशनल एसपी पर फायरिंग समेत कुछ अन्य मामलों को लेकर पांच मुकदमे दर्ज थे। जिनमें से दो वाराणसी, जिनमें से दो वाराणसी, दो गाजीपुर और एक चंदौली में दर्ज था। मुख्तार अंसारी के खिलाफ गाजीपुर में दर्ज गैंगस्टर एक्ट के केस में पांच अन्य मामलों को आधार बनाकर शामिल किया गया था। जिनमें अवधेश राय हत्याकांड भी शामिल था।
बता दें कि 3 अगस्त 1991 को वाराणसी के लहुराबीर में दिनदहाड़े कांग्रेस नेता अवधेश राय को गोलियों से भून दिया गया था। इस हत्याकांड के बाद वाराणसी में सनसनी फैल गई थी। इस हत्याकांड ने प्रदेश में सभी को हिला कर रख दिया था। वहीं अवधेश राय के परिजनों ने मुख्तार अंसारी, पूर्व विधायक अब्दुल कलाम, भीम सिंह, कमलेश सिंह और राकेश नाइक समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। अब इस मामले की जांच पूरी होने के बाद फैसले की घड़ी आई है।
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