Muzaffarnagar protest: मुजफ्फरनगर में किसानों की कम संख्या को देखकर नाराज हुए राकेश टिकैत और बोलें अगर यहां के किसान धरने का हिस्सा नहीं बन सकते हैं तो बता दें। क्योंकि हरियाणा-पंजाब के किसान तैयार हैं।
किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर मुजफ्फरनगर जनपद में चल रहा भारतीय किसान यूनियन का धरना। इतनी कड़ाके की ठंड में भी किसान झोपड़ियां बनाकर रात को भी धरना देते हुए नजर आए। तो वहीं धरना स्थल पर किसानों के मनोरंजन के लिए शेर और शायरी के कलाकारों का भी इंतजाम किया हुआ है। बस इतना ही नही राकेश टिकैत भी रात को किसानों का हाल-चाल पूछने पहुंच गए। जहां, उन्होंने बोला कि जब तक किसानों की मांगे नहीं मानी जाएंगी तब तक ये धरना बदस्तूर जारी रहेगा।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने धरना कर रहे किसानों से मुलाकात की और उनका हाल-चाल पूछा। हांलाकी शनिवार को शुरू हुए इस धरने पर किसानों की भीड़ ना पहुंच पाने पर राकेश टिकैत हुए नाराज। जिसके बाद उन्होंने किसानों से कहा कि अगर इस धरने में यहां के किसान नहीं आ सकते हैं तो वो साफ-साफ बता दें क्योंकि हरियाणा और पंजाब से किसान यहां आने के लिए तैयार बैठे हैं।
राकेश टिकैत का कहना है कि अधिकारी बहकाने का काम करते हैं। यह पिछले 35 सालों से हमें बहका रहे हैं। जब कि उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के लीडर भी समय-समय पर आते रहेंगे, 3 और 7 फ़रवरी को फिर से हम यहां आएंगे। अब ये धरना नहीं खत्म होगा। जब हमारी मांगे नहीं पूरी कि जाएंगी। जहां टिकैत ने ये भी बोला कि जब हम हरियाणा में जाते हैं तो वहां के किसान कहते हैं कि उनके मुआवजा नहीं मिला है। फिर उन्होनें किसानों को बोला या तो धरने में शामिल हो जाओ और नहीं तो बता दो क्योंकि हरियाणा और पंजाब का किसान तैयार बैठा हुए है। तुम लोगों कि जगह वो धरना दे देंगे यहां आकर। ये धरना जब तक खत्म नहीं होगा जब तक सब किसानों को मुआवजा नहीं मिलेगा और इस समस्याओं का समाधान नहीं होगा।