(After the Machritmanas controversy, now the Samajwadi Party leader and former minister have demanded a ban on Manusmriti): समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री दयाराम प्रजापति ने रामचरितमानस (Ramcharitmanas) के बाद मनुस्मृति (Manusmriti) में छोटी-छोटी जातियों पर जो टिप्पणी की गई है और ब्राह्मण को सर्वश्रेष्ठ बताया गया है।
ब्राह्मण के लिए सर्वश्रेष्ठ का स्थान दिया गया है और छोटी जातियों को छोटा और उनको नीचा दिखाया गया है इस पर पूर्व मंत्री एवं सपा नेता दयाराम प्रजापति ने कहा है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक व केशव प्रसाद मौर्य इसको पढ़ें जो शूद्रों का अपमान हुआ है। उसको वहां से काटा जाए और इस पुस्तिका पर बैन लगाया जाए।
इटावा से लखनऊ जाते समय समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता दयाराम प्रजापति ने कहा कि मनुस्मृति और रामचरितमानस दोनों में शूद्रों का अपमान हुआ है रामचरितमानस में कुछ अंश हटाए जाने के साथ-साथ मनुस्मृति पर भी शक्ति से सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए और इस पर बैन लगाना ही चाहिए। वहीं दयाराम से पूछे गए एक सवाल में की दो भागों में रामचरितमानस को लेकर समाजवादी पार्टी के विधायकों के अलग-अलग राय हैं पर उन्होंने कहा कि प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ एक बार मनुस्मृति पढ़ेंगे तो सारी मन की भ्रांतियां दूर हो जाएंगी और मुख्यमंत्री जी इस पर कार्रवाई भी कर देंगे समाजवादी पार्टी शुरू से ही सबको समान विचारधारा में लाने को लेकर काम करती है। मुलायम सिंह यादव ने सभी जातियों के साथ-साथ गरीब ब्राह्मणों को 10 फीसदी आरक्षण की बात की थी जिसको भाजपा सरकार ने लागू कराया।