Ramcharitmanas Row: स्वामी प्रसाद मौर्य ने कुछ दिन पहले ही रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दिया था। उनके बयान के बाद सियासी भूचाल सा आ गया था। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान का पूरजोर विरोध हो रहा है। स्वामी प्रसाद के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो गई। वहीं देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने उनके बयान का विरोध भी किया। आलम ये था कि प्रदेश के कई धार्मिक जगहों पर उनके प्रवेश पर ही बैन कर लगा दिया गया।
आज लखनऊ में ओबीसी महासभा ने स्वामी प्रसाद के बयान का समर्थन किया है। उनके समर्थन में लखनऊ में धरना दिया गया। ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं ने राजधानी के एक इलाके में रामचरितमानस की प्रतियां फाड़ी और उसे आग के हवाले किया। राजधानी के पीजीआई के वृंदावन योजना में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का सर्थन किया। अखिल भारतीय ओबीसी महसभा ने रामचरितमानस की प्रतियों को फाड़ा और स्वामी प्रसाद के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। वहीं कई स्वामी प्रसाद के समर्थकों ने किताब कि प्रतियों को जलाया भी।
क्या है विवाद
स्वामी प्रसाद ने हाल ही में बयान दिया था कि रामचरितमानस में कई अंश विवादास्पद है जिन्हें विशेष जाति पर निशाना साधते हुए लिखा गया है। स्वामी ने कहा था कि ऐसे लाइन को उसमे हटाया जाना चाहिए। इसी के साथ उन्होंने रामचरित को बैन करने की भी मांग कर दी थी। स्वामी प्रसाद के बयान से देश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। बीजेपी ने जमकर उनपर और सपा पर निशाना साधा है। जानकारी हो कि इस विषय को लेकर स्वामी प्रसाद से कल अखिलेश यादव ने मुलाकात की थी।
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