(The controversial statement given by Swami Prasad Maurya on Ramcharitmanas caused a lot of protest among the people.): स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान से लोगों में काफी विरोध देखने को मिला। साथ ही, अमेठी में भी ब्राह्मण समाज में बयान के कारण विरोध देखने को मिला। बयान से ब्राह्मण समाज नाराजगी जाहिर करते हुए सड़कों पर नजर आएं।
Ramcharitmanas Vivad: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कुछ वक्त पहले रामचरितमानस के कुछ पक्तियों पर विवादित बयान दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि, ‘कई करोड़ लोग रामचरितमानस को नहीं पढ़ते, सब बकवास है। तुलसीदास ने रामचरितमानस को अपनी खुशी के लिए लिखा है।’
आगे उन्होंने कहा कि, ‘सरकार को इसका संज्ञान लेना चहिए और रामचरितमानस में जितने भी आपत्तिजनक अंश हैं, उसे बाहर करना चाहिए या फिर इस पूरी रामचरितमानस को ही बैन कर देना चाहिए।‘
स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान के बाद अमेठी के ब्राह्मण समाज में काफी गुस्सा देखने को मिला। स्वामी प्रसाद के विरोध में, स्वाभिमान मंच के ब्राह्मण सड़कों पर उतरे हैं। साथ ही, ब्राह्मण स्वाभिमान एकता मंच के पदाधिकारियों और कार्यकताओं ने तहसील में विरोध प्रदर्शन किया।
बता दें, कार्यकताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति से संबोधित एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। साथ ही, ब्राह्मण स्वाभिमान एकता मंच के अध्यक्ष ने एलान किया कि, ‘जो भी व्यक्ति स्वामी प्रसाद मौर्या के चेहरे पर कालिक पोतेगा, उसको हमारी तरफ से 25 हजार का इनाम दिया जाएगा।‘
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