दिल्ली: भारत की पहली रैपिड रेल का लंबे अरसे से लोगों को इंतजार था। अब वह पटरी पर उतर चुकी है। फर्स्ट फेज का ट्रायल रन लगभग पूरा किया जा चुका है। फर्स्ट फेज का काम लगभग पूरा हो चुका है। स्टेशन पर फर्निशिंग वर्क का काम तेजी के साथ किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार प्रथम चरण में 5 स्टेशन रहने वाले हैं जिसमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर,दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन शामिल है। इन पांचों स्टेशन की कुल दूरी 17 किलोमीटर की है। माना जा रहा है जून तक साहिबाबाद से दुबई डिपो तक रैपिड रेल पटरी पर जनता के सफर करने लिए मौजूद रहेगी।
रैपिड रेल मेट्रो से बिल्कुल अलग है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मार्च 2019 को रैपिड रेल की नींव रखी थी। जिसके बाद तेजी से इस पर काम किया जा रहा है। पूरे प्रोजेक्ट की लागत 30274 करोड़ रुपए लगभग का है। इसमे दिल्ली के सराय काले खान से लेकर मेरठ के मुद्दीनपुर तक रैपिड रेल रहने वाली है जिसकी कुल दूरी 82 किलोमीटर की है।
रैपिड रेल अंदर से मेट्रो से बिल्कुल अलग है और हाईटेक भी है। रैपिड रेल के अंदर पैसेंजर के बैठने के लिए कंफर्टेबल सीट से साथी मोबाइल को चार्ज करने के लिए पावर पॉइंट है सिक्योरिटी सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। महिलाओं के लिए आरक्षित सीटें हैं दिव्यांग जनों के लिए भी सिटी लगाई गई है। ट्रेन पूरी तरह से एयर कंडीशनर है।
गौरतलब है कि इस ट्रेन से रिटेल के बनने से दिल्ली एनसीआर की जनता को बेहद फायदा मिलने जा रहा है। इससे दिल्ली से मेरठ की कनेक्टिविटी बेहतर होगी साथ ही दिल्ली गाजियाबाद मेरठ को रैपिड रेल विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में अहम योगदान देगी।
यह भी पढ़ें- पुलिस के नोटिस के बाद भी नेहा सिंह राठौर ने रिलीज किया नया गाना, उठाया बेरोजगारी का मुद्दा