इंडिया न्यूज, Jammu & Kashmeer News : कश्मीरी पंडित की हत्या पर चल रहे आक्रोश के बीच आरएसएस के नेता इंद्रेश कुमार ने पंडित समुदाय को अपना समर्थन देते हुए राजनीतिक दलों की चुप्पी पर सवाल उठाया है। उन्होंने घाटी के स्थानीय लोगों से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पंडितों के साथ खड़े होने की अपील की। उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों का गुस्सा जायज है। लेकिन बड़ा गुस्सा राहुल गांधी, ममता, केजरीवाल और उद्धव ठाकरे जैसे धर्मनिरपेक्षता के नारे लगाने वाली पार्टियों की चुप्पी को लेकर है। ऐसा लगता है जैसे कश्मीरी पंडित यहां के नागरिक नहीं थे और उन पर अत्याचार कोई मायने नहीं रखते।
इंद्रेश कुमार ने कहा कि केंद्र को कश्मीरी पंडितों को घाटी में लौटने में मदद करनी चाहिए। मैं घाटी के स्थानीय लोगों से आतंकवाद के खिलाफ पंडितों के साथ खड़े होने की अपील करता हूं। जब तक कश्मीर आतंक से मुक्त नहीं होगा, देश में लोग आराम नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि पंडितों के लिए आवाज उठाएं। जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में पिछले सप्ताह एक कश्मीरी पंडित और एक सरकारी कर्मचारी राहुल भट की आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना का सरकारी कर्मचारियों ने सड़कों पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को कहा कि घाटी में कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारियों के रिहायशी इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी जाएगी। कुमार ने वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बारे में बात करते हुए कहा कि इस मुद्दे की सच्चाई सामने आनी चाहिए जिससे देश को सही रास्ते पर आगे बढ़ने में मदद मिले। उन्होंने कहा कि लोग ताजमहल, ज्ञानवापी मस्जिद, कृष्ण जन्मभूमि के बारे में सच्चाई जानना चाहते हैं। देश सही रास्ते पर आगे बढ़ेगा।
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