इंडिया न्युज़: (UP Politics) समाजवादी पार्टी नेता राजपाल कश्यरप ने जातीय जनगणना के मुद्दे पर कहा कि पूर्वांचल के बाद हम प्रदेश के अन्य जिलों और विधानसभा क्षेत्रों में संगिष्ठियां करेंगे, जिसमें हर वर्ग के लोग मौजूद होगें। नेता ने कहा कि भाजपा जातीय जनगणना नहीं कराना चाहती। मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि 56 एसडीएम यादव हैं लेकिन उनके पास सूची नहीं है। वह भ्रम फैला रहे हैं। अखिलेश जी ने सदन में सूची मांगी लेकिन आज तक सूची नहीं दी गई। बीजेपी अपने कलेक्टर, कप्तान, थानाध्यक्षों की सूची क्यों नहीं जारी करती। इन पदों पर किस जाति के लोग बैठे हैं। जपाल कश्यप ने कहा कि हमारी सरकार से मांग है कि सभी जातियों का विश्लेषण हो जिनको भागीदारी नहीं मिली। उन्हें उनका हिस्सा मिले जिससे सभी जातियों का प्रतिनिधित्व हो। लोहिया जी कहा करते थे विशेष अवसर देकर दिया जाना चाहिए। विशेष अवसर देकर पीछे खड़े लोगों को आगे लाने का काम करें जिससे देश प्रदेश तरक्की हो सके। राजपाल कश्यप ने कहा कि जब तक जाति जनगणना नहीं हो जाती, हम शांत से नहीं रहेगें। जन आंदोलन खड़ा करके बीजेपी को मजबूर कर देंगे कि वो जाति जनगणना कराएं वरना 2024 में बीजेपी का सफाया होना तय है। अखिलेश यादव ने ऐसी रणनीति बनाई है कि बीजेपी का इस बार डब्बा बंद हो जाएगा। बीजेपी 80 की 80 लोकसभा सीटें हारेगी और अखिलेश यादव के नेतृत्व में दिल्ली में नया प्रधानमंत्री बनाया जाएगां।
नेता ने कहा कि बीजेपी दलितों पिछड़ों का हक मार रही है। बीजेपी ने दलितों को गुमराह करके सरकार बनाई है। दलितों को पता लग गया है ये लोग केवल उनका हक अधिकार छीनने आए हैं। किसी जाति का मंत्री बन जाने से समाज का भला नहीं होता। राजपाल कश्यप ने कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह अंग्रेजों की नीति अपनाकर बीजेपी देश को गुलाम बनाना चाहती है। खेतों में सांड फसल चल रहे हैं। खाद बीज महंगा हो गया है। किसान बर्बाद हो गया है और सरकार 5 किलोग्राम अनाज देकर देश को गुलाम बनाना चाहती है।
सभी धर्म और जाति का वोट समाजवादी को- राजपाल
मुस्लिम खुश करने के सवाल पर राजपाल ने कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ सभी जाति, धर्म और वर्गों का वोट है। दलित अल्पसंख्यक तो साथ खड़े ही हैं। इस बार बीजेपी के कार्यकर्ता और नेता भी समाजवादी पार्टी के साइकिल का बटन दबाएंगे क्योंकि उनके साथ अन्याय हो रहा है। केजरीवाल मॉडल के प्रशन पर बोले, देश की तरक्की अगर किसी मॉडल से हो सकती है तो वह समाजवादी मॉडल है जिसे अखिलेश यादव लागू कर रहे हैं।
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