इंडिया न्यूज, वाराणसी।
Sant Niranjan Das will Leave for Varanasi : श्रमसाधक संत रविदास की जन्मस्थली वाराणसी के सीरगोवर्द्धनपुर में भारत की विविधताओं के रंग बिखरने लगे हैं। संत के सपनों के गांव बेगमपुरा में पांच लाख श्रद्धालुओं के लिए लंगर तैयार किया जाएगा। (Sant Niranjan Das will Leave for Varanasi)
जालंधर से रविदासिया धर्म के प्रमुख डेरा सच्चखंड बल्लां के गद्दीनशीन संत निरंजन दास संतों की टोली व रैदासियों के जत्थे के साथ रविवार को स्पेशल ट्रेन से काशी के लिए रवाना होंगे। ट्रेन 14 फरवरी की शाम को वाराणसी कैंट स्टेशन पहुंचेगी। स्टेशन से मंदिर जाने के लिए बस और चार पहिया वाहनों की व्यवस्था की गई है।
श्री गुरु रविदास मंदिर रविदासघाट राजघाट में संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती की तैयारियां तेज हो गई हैं। रविदास मंदिर में रंग-रोगन के साथ ही साफ-सफाई करा दी गई है। जयंती पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार व उनके पति रविदास स्मारक सोसायटी के अध्यक्ष मंजुल कुमार एडवोकेट व पुत्र डॉ. अंशुल अविजित समेत संत महात्मा व अनुयायी शामिल होंगे। दी रविदास स्मारक सोसायटी के महासचिव सतीश कुमार फगुनी राम ने बताया कि पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार 14 फरवरी को पूर्वाह्न 11:30 बजे आएंगी।
देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ढाई हजार से अधिक सेवादार निरंतर काम कर रहे हैं। शनिवार को देर रात तक रैदासियों के आने का सिलसिला जारी रहा। मेला क्षेत्र में शनिवार को दोपहर के बाद पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर, बिहार, उत्तर प्रदेश, हिमाचल सहित कई राज्यों के पंडाल अब श्रद्धालुओं से गुलजार हो गए हैं। पंडाल के पास बने तीन लंगर हॉल की शुरुआत हो गई है और शाम को श्रद्धालुओं की पंगत भी सजी। वहीं मेला क्षेत्र में सुबह और शाम अमृतवाणी का पाठ भी जारी है।
(Sant Niranjan Das will Leave for Varanasi)