Shamali: जनपद से अधिकारियों की भारी लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां पर चकबंदी विभाग ने एक किसान को कागज में मृत घोषित कर दिया तो वहीं उसकी विरासत किसी अन्य व्यक्ति के नाम कर दी। मामला यही नही रूका जिस व्यक्ति के नाम उनकी विरासत की गई, उसने उस जमीन को बेच दिया। जिंदा किसान कागजों में मृत घोषित होने के बाद दर दर की ठोकरें खा रहा है। लाचार किसान लगातार अधिकारियों से गुहार लगा रहा है कि वो जिंदा है। शनिवार को शामली की सदर कोतवाली में आयोजित समाधान दिवस में पहुंचे पीड़ित किसान ने एएसपी से मिलकर खुद को जिंदा करने की गुहार लगाई है।
जानकारी के लिए बता दें कि पूरा मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव कुडाना का है। गांव कुडाना निवासी वृद्ध किसान जयपाल सिंह मलिक शनिवार को शामली की सदर कोतवाली में आयोजित समाधान दिवस में पहुंचे और एसपी ओपी सिंह से मिलकर खुद को जिंदा साबित करने की गुहार लगाई। ऐसा मामला देखने के बाद सभी हैरान हैं। किसान जयपाल सिंह का आरोप है कि उसकी गांव स्थित जमीन चक संख्या 262 को चकबंदी विभाग के लेखपाल व सहायक चकबंदी अधिकारी ने रिश्वत लेकर उसे मृत दर्शा कर फर्जी विरासत के आधार पर उस जमीन को ग्रामीण सुभाष के नाम कर दिया।
गौरतलब है कि जिस जमीन को चकबंदी अधिकारी मे दूसरे के नाम की थी उसी जमीन को सुभाष ने अपने नाम पर होते ही किसी अन्य व्यक्ति को उक्त जमीन बेच दी।अब किसान के पास ना तो जमीन है और ना ही वह चकबंदी विभाग के कागजो में जिंदा ही है। वह महीनों तक चकबंदी विभाग व अन्य दफ्तरों के चक्कर काट काट कर किसान काफी परेशान हो चुका है।शनिवार को सदर कोतवाली में आयोजित समाधान दिवस में पहुंचे पीड़ित किसान जयपाल सिंह मलिक ने एएसपी ओपी सिंह से मिलकर एक प्रार्थना पत्र दिया और खुद को जिंदा करने की गुहार लगाई।
ये भी पढ़ें- UP Politics: कृष्ण और राम की धरती पर बंद हो शराब, सुभषपा अध्यक्ष की एक और अपील