Shamali: शामली में अधिकारियों की भारी लापरवाही सामने आई है। जनपद में चकबंदी विभाग ने किसान जयपाल को मृतक घोषित कर दिया है।इतना ही नही उसकी पूरी विरासत किसी अन्य व्यक्तियों के नाम कर दी और जिस व्यक्ति के नाम उनकी विरासत की गई। और तो और जिसके नाम उसकी विरासत की गई उसने पूरी जमीन दूसरे को बेंच दी। अब पीड़ित किसान कई महीनों से दर-दर की ठोकरें खा रहा है, क्योंकि उसको चकबंदी विभाग में कागजों में मृत घोषित कर दिया है। अब कुडाना के रहने वाले किसान जयपाल सिंह डीएम कार्यालय पर पहुंचकर डीएम को कहा मैं जिंदा हूं मुझे जीवित कर दो !
दरअसल पूरा मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव कुडाना का है। गांव कुडाना निवासी वृद्ध किसान जयपाल सिंह मलिक कलेक्ट्रेट पहुंचे और डीएम साहब से मिलकर कहा कि डीएम साहिबा मैं जिंदा हूं मुझे जीवित कर दो। इस बात को सुनने के बाद वहां पर मौजूद लोग भी स्तब्ध थे। जानकारी के लिए बता दें कि किसान जयपाल सिंह का आरोप है कि उसकी गांव स्थित जमीन चक संख्या 262 को चकबंदी विभाग के लेखपाल व सहायक चकबंदी अधिकारी ने रिश्वत लेकर उसे मृत दर्शा कर फर्जी विरासत के आधार पर उस जमीन को ग्रामीण सुभाष के नाम कर दिया।
वहीं उसी जमीन को सुभाष ने अपने नाम पर होते ही किसी अन्य व्यक्ति को उक्त जमीन बेच दी। अब किसान के पास ना तो जमीन है और ना ही वह चकबंदी विभाग के कागजो में जिंदा ही है, वह महीनों तक चकबंदी विभाग व अन्य दफ्तरों के चक्कर काट काट कर किसान काफी परेशान हो चुका है। शामली कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम शामली जसजीत कौर से मुलाकात की और उनको एक प्रार्थना पत्र दिया और खुद को जिंदा करने की गुहार लगाई ।
गैरतलब है कि शामली डीएम जसजीत कौर का कहना है कि कुडाना से एक किसान मेरे पास आए हैं। जिन्होंने एक पत्र दिया है जिसमें उन्हें लेखपाल द्वारा कागजों में मृतक घोषित कर दिया गया है। इसकी जांच करा कर उनको कागजों में जिंदा कराया जाएगा वह एक ही नाम दो दो व्यक्ति हो जाने के कारण यह गलती हुई है। इस गलती को सुधारने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं जल्दी इनको कागजों में जिंदा हो जाएंगे ।
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