UP Politics: लोकसभा चुनाव और निकाय चुनाव को देखते हुए प्रदेश की सभी राजनीतिक पार्टियां सक्रीय हो गई है। आज समाजवादी पार्टी ने कई पदाधिकारियों की घोषणा की। सपा ने शिवपाल यादव को अहम जिम्मेदारी सौंपी है। शिवपाल यादव ने अपनी पार्टी का विलय सपा में किया था। ये फैसला उन्होंने 8 दिसंबर को लिया था। सपा ने रामचरितमानस पर विवादित बयान देने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद के को भी बढ़ा दिया है। सपा ने उन्हें भी राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी है। इसी के साथ सपा ने प्रदेश के तमाम हिस्सों में पदाधिकारियों की घोषणा की।
सपा ने वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव को पार्टी का राष्ट्रीय सचिव बनाया है। स्वामी प्रसाद मौर्य को भी जिम्मेदारी देते हुए पार्टी ने महासचिव बनाया है। पार्टी ने आज़ म खान,रामगोपाल को भी राष्ट्रीय महासचिव बनाया है। इसी कड़ी में लालजी वर्मा, इंद्रजीत सरोज का कद बढ़ाया गयादोनो को समासचिव बनाया गया है रविशम्भर प्रसाद निषाद,अवधेश प्रसाद राष्ट्रीय महासचिव प्रकाश वर्मा,बलराम यादव राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन,रामअचल राजभऱ राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है वहीं किरणमय नंदा को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है. माना जा रहा है कि पार्टी ने ये फैसला लोक सभा चुनाव को देखते हुए किया है।
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समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के नवनिर्वाचित/मनोनीत पदाधिकारियों व सदस्यों की सूची। pic.twitter.com/SETzLaVJTg
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) January 29, 2023
अप्रैल मई में प्रदेश में निकाय चुनाव होने को है। अगले साल लोकसभा के भी चुनाव होने को है। ऐसे में सपा अभी से तैयारियों में जुट गई है. सपा ने सबसे पहले अपने राष्ट्रीय सचिवों की घोषणा की है। ऐसे में माना जा रहा था कि चाचा शिवपाल को अखिलेश कोई अहम जिम्मेदारी दे सकते हैं. ऐसे में पार्टी से शिवपाल को बड़ी जिम्मेदारी मिली है. आपको बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयानों को लेकर चर्चा में थे। कई लोगों का कहना था कि सपा प्रमुख उनके बयान से नाराज है लेकिन ऐसा कही नही दिखा। उनका कद बढ़ा दिया गया है और उनको महासचिव की जिम्मेदीरी सौंपी गई है।
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