The Kashmir Files Controversy
इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh) । बॉलीवुड मूवी द कश्मीर फाइल्स को वल्गर और प्रोपेगेंडा बताए जाने पर राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा ने जहां इजराइली फिल्म मेकर नदाव लैपिड से सवाल किया है कि क्या यहूदी नरसंहार झूठा है? वहीं कांग्रेस भी इस विवाद में कूद गई है। कांग्रेस ने फिल्म के बहाने भाजपा को घेरा है। कांग्रेस प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने कहा कि भाजपा एक अभियान चलाकर समाज को बांटने का काम कर रही है।
पहले जानिए भाजपा और कांग्रेस ने क्या कहा?
कश्मीर फाइल सच है- भाजपा
भाजपा प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि इजराइली फिल्म मेकर का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। इजराइली फिल्म मेकर नदाव लैपिड यहूदी समुदाय के हैं और यहूदी समुदाय ने भी और बहुत बड़ा नरसंहार झेला है। ऐसे समुदाय के व्यक्ति द्वारा इस तरह का बयान बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। क्या यहूदी नरसंहार झूठ है। अगर यह संहार सच है तो कश्मीर फाइल भी सच है। कश्मीर फाइल्स में कश्मीरी पंडितों का जो नरसंहार किया गया है, उसको दिखाया गया है और वह सच है। ऐसी कई घटनाएं हैं जो कांग्रेस के कार्यकाल में घटी और उन्हें दबाया गया।
भाजपा के मंसूबे कामयाब नहीं होंगे- कांग्रेस
कांग्रेस प्रांतीय अध्यक्ष नकुल दुबे ने कहा कि भाजपाइयों द्वारा दिए गए इस तरह के बयान से मन दुखी होता है 2014 से केंद्र में भाजपा की सरकार है उन्होंने कश्मीरी पंडितों के लिए क्या किया कैसे एक विशेष समाज को नीचा दिखाया जाए। इस तरीके के बयान यह दर्शाते हैं। भाजपा एक अभियान चलाकर समाज को बांटने का काम कर रही है। इसकी शुरुआत गुजरात से हुई और अब उत्तर प्रदेश में यह अभियान जारी है। लेकिन कांग्रेस भारत जोड़ने के लिए निकली है और अब हर तरफ भारत जोड़ो यात्रा का रंग नजर आ रहा है। हर भारतीय रंग में रंगता जा रहा है भाजपा के मंसूबे कामयाब नहीं होंगे।
जानिए क्या है पूरा विवाद
इजराइली फिल्म मेकर नदाव लैपिड ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को वल्गर और प्रोपेगेंडा फिल्म बताया है। गोवा में 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) समापन पर उन्होंने कहा कि हम परेशान हैं कि ऐसी फिल्म इस समारोह में दिखाई गई। यह फिल्म बेहद वल्गर है। लैपिड IFFI के जूरी हेड हैं। हालांकि, लैपिड के बयान पर इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने उन्हें फटकार लगाई। गिलोन ने बयान पर खेद जताते हुए कहा कि मुझे आपके बयान पर शर्म आती है।
फिल्म फेस्टिवल में लैपिड जब यह बात कह रहे थे तब गिलोन, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर समेत कई बड़े नेता भी मौजूद थे। लैपिड के बयान पर अभिनेता अनुपम खेर और फिल्म मेकर अशोक पंडित ने विरोध जताया है। खेर ने कहा कि सदबुद्धि दे भगवान दे। पंडित ने कहा कि कश्मीर फाइल्स को अश्लील नहीं कहा जा सकता है। उधर फिल्म फेस्टिवल की जूरी ने भी इस बयान से दूरी बना ली है। जूरी ने कहा कि यह लैपिड की निजी राय है।
इजराइली फिल्म मेकर की पूरी बात पढ़िए…
‘द कश्मीर फाइल्स फिल्म देखकर हम सभी डिस्टर्ब और हैरान थे। यह फिल्म हमें अश्लील और प्रोपेगेंडा बेस्ड लगी। इतने प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के लिए ये फिल्म उचित नहीं है। मैं आप लोगों के साथ अपनी फीलिंग को खुले तौर पर इसीलिए शेयर कर सकता हूं, क्योंकि इस समारोह की आत्मा ही यही है कि हम यहां आलोचनाओं को स्वीकार करते हैं और उस पर चर्चा करते हैं।
इस समारोह में हमने डेब्यू कॉम्पिटिशन में 7 फिल्में देखीं और इंटरनेशनल कॉम्पिटिशन में 15 फिल्में देखीं। इसमें से 14 फिल्म सिनेमैटिक फीचर्स वाली थीं। 15वीं फिल्म द कश्मीर फाइल्स से हम सभी को परेशान और हैरान करने वाली थी।”
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