इंडिया न्यूज, National News : भाग्य यानी किस्मत का भी बड़ा फेर है। भारतीय संस्कृति में भाग्य को कर्म से ऊपर माना जाता है, जबकि एसा है नहीं। दरअसल, हम चर्चा कर रहे हैं देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की। महज कुछ घंटों के भीतर के हालातों को देखकर यह महसूस होने लगा कि शायद कांग्रेस की काया को उसकी ‘बदकिस्मती’ का घुन कुतर रहा है। जरा सोचिए। उदयपुर में महामंथन के बाद पार्टी एकतरफ खुद को दुरुस्त करने में जुटी है, वहीं दूसरी तरफ उसके नेताओं का आचरण पार्टी की शैली पर भारी पड़ता नजर आ रहा है। एक नजर डालते हैं ताजा हालातों पर।
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष (केपीसीसी) के अध्यक्ष के सुधाकरन को राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के खिलाफ टूटी हुई जंजीर वाला कुत्ता बयान देने के लिए गुरुवार को गिरफ्तार किया गया। माकपा कार्यकर्ताओं की शिकायत के आधार पर कोच्चि सिटी पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153 (अशांति भड़काने के उद्देश्य से जानबूझकर उकसावे की पेशकश) के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस ने डीवाईएफआई के एक नेता वीनू विन्सेंट के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 के तहत मामला दर्ज किया है।
गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पाटीदार समुदाय के नेता हार्दिक पटेल ने कांग्रेस छोड़ दिया है। हार्दिक ने कांग्रेस पर कई आरोप लगाए हैं और नेतृत्व पर भी सवाल खड़े किए हैं। तीन साल पहले कांग्रेस में शामिल होने वाले हार्दिक ने आखिर क्यों पार्टी को अलविदा कहा और अब उनके जाने से गुजरात में क्या सियासी असर पड़ेगा? कांग्रेस उदयपुर चिंतन शिविर में खुद को चुनौतियों के चक्रव्यूह से निकालने के लिए कई अहम बदलावों को लागू करने की घोषणा की थी, जिसमें युवाओं को खास तवज्जो देने का भी प्रस्ताव शामिल हैं। इसके बाद भी कांग्रेस नेताओं में अभी भरोसा पैदा होता नहीं दिख रहा है, जिसका ताजा प्रमाण गुजरात के युवा नेता हार्दिक पटेल का कांग्रेस को छोड़ना है।
पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे सुनील जाखड़ भाजपा में शामिल हो गए हैं। उन्हें दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सदस्यता दिलाई। इसके साथ ही सुनील जाखड़ का कांग्रेस से 50 वर्षों का रिश्ता टूट गया। उनके पिता बलराम जाखड़ भी कांग्रेस के नेता थे और केंद्रीय मंत्री भी रहे। हालांकि उनके भतीजे संदीप जाखड़ फिलहाल कांग्रेस में ही हैं, जो अबोहर से विधायक भी हैं। सुनील जाखड़ के भाजपा में जाने के बाद उनके सियासी भविष्य को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं। सुनील जाखड़ ने कांग्रेस के चिंतन शिविर के पहले ही दिन भावुक बयान जारी कर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
34 साल पुराने रोडरेज के केस में पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रेसिडेंट नवजोत सिंह सिद्धू को सुप्रीम कोर्ट ने 1 साल की सख्त सजा सुनाई है। सिद्धू के हमले में एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी। कोर्ट ने 4 साल पहले दिए इपने फैसले को ही बदल दिया है। तब उन्हें 1 हजार रुपए का जुर्माना देकर छोड़ दिया गया था। सिद्धू को अब या तो गिरफ्तार किया जाएगा, या फिर वो सरेंडर करेंगे। पंजाब पुलिस को इस मामले में कानून का पालन करना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को सरेंडर या गिरफ्तारी पर रोक के लिए कोई राहत नहीं दी है। सिद्धू को आज ही जेल जाना होगा। सिद्धू को सजा काटने के लिए पटियाला जेल भेजा जा सकता है।
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