उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस की टीमें और एसटीएफ लगातार पूछताछ कर रही है। एक के बाद एक कड़ी जोड़ सामने आ रही है। इस केस के मामले में एसटीएफ बालू कारोबारी के बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। अतीक गिरोह से बताया जा रहा है बालू व्यवसायी का संबंध।
उमेश पाल हत्याकांड में फरार शूटरों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। पुलिस लगातार गिरोह का पर्दाफाश करने में लगी हुई है। अपराधियों की धरपकड़ कर रही है। बीते दिन पुलिस ने करेली इलाके से बालू कारोबारी के बेटे को पूछताछ के लिए उठा लिया। और उसे गोपनीय जगह पर रख कर पूछताछ कर रही है।
मिली जानकारी के हिसाब से बताया जा रहा है कि बालू व्यवसायी का अतीक के गिरोह से पुराना नाता है। उसके बेटे का अतीक के पुत्र समेत अन्य शूटरों के साथ अच्छा संबंध बताया जा रहा है। इसके अलावा, बिरयानी विक्रेता नफीस को दूसरे दिन भी हिरासत में रखकर उससे कार और कार की नई मालकिन रुख्सार के साथ ही शूटरों के कनेक्शन पर पूछताछ जारी रही।
पुलिस और एसओजी ने इलके अलावा भी करेली और खुल्दाबाद से तीन अन्य लोगों को हिरासत में लिया है। ये सारे अतीक अहमद से किसी न किसी तरह से जुडे रहे हैं। उमेश पाल हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस को तमाम ऐसे लोगों के बारे में जानकारी मिली है जो शूटआउट में शामिल शूटरों की मदद करने में उनका पूरा सहयोग है।
एडीजी कानून व्यवस्था के आदेश पर माफिया और उसके परिवार को संरक्षण या शरण देने वाले लोगों पर शिकंजा कसा जा रहा है। शक है कि उसे इस घटना के बारे में पहले से जानकारी रही है। इसके अलावा, बिरयानी विक्रेता नफीस अभी भी पुलिस की हिरासत में है। शूटरों द्वारा इस्तेमाल किए गए कार के बारे में बताया गया कि वह पहले नफीस की थी जिसे करेली की रुख्सार पत्नी निसार को बेच दिया गया था।