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UP Board: यूपी बोर्ड की परिक्षाएं कल से शुरू, नकल विहीन परिक्षा के लिए प्रशासन ने की पूरी तैयारी, जानें क्या नया होगा

• LAST UPDATED : February 15, 2023

(UP Board’s 10th and 12th board exams are going to start from 16 February 2023 (tomorrow). Whose preparations have been completed.): यूपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं के बोर्ड की परिक्षाएं 16 फरवरी 2023 (कल) से शुरू होने वाली है। जिसकी तैयारियां पूरी कर ली गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर परिक्षा को नकलविहीन करने के लिए खास तैयारियां की गई है।

UP Board: यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं परिक्षाएं गुरूवार से शुरू होने वाली है। इन परिक्षाओं को नकल विहीन बनाने के लिए शासन ने पूरी तैयारियां कर ली है। बता दें, राजधानी लखनऊ से परिक्षा पर निगरानी की जा रही है। निगरानी के लिए दो कंट्रोल रूम को स्थापित किया गया है, जो सभी परिक्षा केंद्र पर वेब कास्टिंग के जरिए लाइव मॉनिटरिंग कर रहे है। वहीं, बुधवार को कंट्रोल रूम में काफी चहल-पहल देखने को मिल रही है।

कंट्रोल रूम से जिला परिक्षा केंद्र तक नजर रखी जाएगी

दोनों कंट्रोन रूम के जरिए सभी मंडल से लेकर जिला परिक्षा केंद्र तक नजर रखी जा रही है। ऑनलाइन मॉनिटरिंग के जरिए जिन स्कूलों में कोई अव्यवस्था है, उन स्कूलों के लिए तत्काल प्रभाव से नोडल अधिकारी की कॉल संबंधित परीक्षा केंद्र के व्यवस्थापक को दी जा रही है। बता दें, इस बार परिक्षा को मध्यनजर रखते हुए योगी सरकार ने कई बड़े कदम उठाए है। जैसे नकल करने वालों पर एनएसए की कार्रवाई से लेकर केंद्र व्यवस्थापकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के भी निर्देश है।
हाई स्कूल की परीक्षाएं 16 फरवरी से 3 मार्च तक कुल 12 दिन चलेंगी। तो वहीं, इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 16 फरवरी से 4 मार्च तक कुल 14 दिन तक चलेंगी।

75 जनपदों में भी कंट्रोल रूम

लखनऊ में यूपी बोर्ड परीक्षा की मॉनिटरिंग के दो कंट्रोन रूम बनाए गए है। बता दें पहला कंट्रोल रूम माध्यमिक शिक्षा विभाग में शिविर कार्यालय के रूप में काम कर रहा है। तो वहीं, दूसरा कंट्रोल रूम विद्या समीक्षा केंद्र में मौजूद है। जहां नोडल अधिकारियों को मंडलवार जिम्मेदारी सौपी गई है।

किसी भी तरह की अव्यवस्था पर सीधे लखनऊ से प्रिंसिपल या व्यवस्थापक को कॉल की जा रही है फिर व्यवस्था को सुधारने के निर्देश दिए जा रहे है। बता दें, सभी 75 जनपदों में कंट्रोल रूम मौजूद किए गए है और वो कंट्रोल रूम सीधे अपने जनपद के परीक्षा केंद्रों पर ऑनलाइन नजर रखे हुए है।

प्रत्येक जिले में भेजा गया है एक पर्यवेक्षक

परिक्षाओं को अच्छी तरह से पूरा करने के लिए प्रदेश से सभी 75 जिलों में एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। जिनका काम परीक्षा की समीक्षा करना और शासन को रिपोर्ट देना है। साथ ही केंद्र की व्यवस्था के लिए 26 हजार से ज्यादा लोगों को लगाया गया है। इनमें से काफी लोग केंद्र में व्यवस्थापक के अलावा वाह्य केंद्र व्यवस्थापक एवं स्टेटिक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है।

वहीं, 1390 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 455 जोनल मजिस्ट्रेट, 521 सचल दल भी तैनात किए गए हैं। बता दें, प्रदेश में 16 जनपद ऐसे हैं जिन्हें अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। इनमें बलिया, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, चंदौली, जौनपुर, देवरिया, गोंडा, मथुरा, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, बागपत, हरदोई, प्रयागराज और कौशांबी शामिल हैं।

नकल रोकने के लिए ये की गई है व्यवस्था

प्रदेश के बोर्ड परिक्षाओं को नकल विहीन बनाने के लिए कई अहम कार्य किए जा रहे है। जिसमें कुछ प्रमुख इस प्रकार है…

-2018 में ऑनलाइन केंद्र निर्धारण की लागू की गई व्यवस्था से सॉफ्टवेयर द्वारा परीक्षा केंद्र बनाने पर परीक्षा केंद्रों की संख्या में लगभग 25 प्रतिशत की कमी आई है।
-बीते कई वर्षों में इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 25 कार्य दिवसों में संपादित होती रही हैं, पर इस बार परिक्षाएं 16 फरवरी से 4 मार्च तक 14 दिनों में संपन्न कराई जाएंगी।
-परिक्षा केंद्रों में 1.43 लाख परीक्षा कक्षों और परिसर में लगभग 3 लाख वॉयस रिकॉर्डरयुक्त सीसीटीवी कैमरे के साथ डीवीआर राउटर डिवाइस और हाईस्पीड इंटरनेट कनेक्शन की व्यवस्था भी की गई है।
-जनपदों और राज्य स्तर पर कंट्रोल और मॉनिटरिंग रूम के जरिए माध्यम से सभी 8753 परीक्षा केंद्रों की वेब कास्टिंग द्वारा लाइव मॉनिटरिंग कराए जाने की व्यवस्था की गई है।
-सभी संवेदनशील एवं अति संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए एसटीएफ एवं एलआईयू को काम पर लगाया गया है।

इस बार कुछ नया…

-परिक्षा केंद्रों में प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए पहली बार प्रधानाचार्य के रूम में एक अलग सुरक्षित रूम में डबल लॉक अलमारी के अंदर प्रश्नपत्रों को रखने के लिए स्ट्रांग रूम स्थापित किया गया है।

-वहीं स्ट्रांग रूम के मुख्य प्रवेश द्वार को छोड़कर बाकी सभी दरवाजे और खिड़कियों को सील कर दिया गया है।

-प्रश्नपत्रों को पहली बार चार लेयर के टैम्पर्ड प्रूफ लिफाफों में पैकेजिंग की गई है।

-प्रदेश के सभी जनपदों में उत्तर पुस्तिकाओं की व्यवस्था सिलाईयुक्त की गई है।

-उत्तर पुस्तिकाओं पर क्यूआर कोड एवं बोर्ड के लोगो का मुद्रण किया गया है।
20 अंकों की बहुविकल्पीय प्रश्नों की परीक्षा ओएमआर शीट पर कराई जा रही है।

जेल बंदी भी देंगे परीक्षा

इस बार यूपी बोर्ड की परिक्षाओं में 170 जिले लवंदी भी परिक्षाओं में शामिल होंगे। परिक्षा के विभीन्न केंद्र बनाएं गए है। इस बार हाइस्कूल में 79 और इंटर में 91 परिक्षार्थी रजिस्टर्ड है। सबसे ज्यादा 49 बंदी परीक्षार्थी जिला कारागार गाजियाबाद से हैं। तो वहीं, सबसे कम एक परीक्षार्थी जिला कारागार गोरखपुर से है, जो इंटरमीडिएट का है।

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