उत्तरप्रदेश के विधानसभा में बीते दिन कुछ ज्यादा ही गहमा गहमी हो गई। पक्षी और विपक्षियों द्वारा तो वार पलटवार का दौर तो चलता ही रहता है। पर ये मामला तुल तब पकड़ा जब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधान सभा के अंदर सपा सुप्रामो अखिलेश यादव पर जोरदार हमला किया। इस दौरान दोनों के बीच जुबानी जंग छिड़ गई।
दरअसल बात ये हुई कि विधानसभा के अंदर सीएम योगी आदित्यनाथ राज्य के सुरक्षा को लेकर बोल रहे थे। उनका कहना था कि मुझे आश्वचर्य होता है कि राज्य के अंदर लोग सुरक्षा व्यवस्था की बात करते हैं। इस बात पर सामने से अखिलेश यादव ने कहा कि आपको तो शर्म आनी चाहिये। इस बात का पटलवार करते हुए सीएम ने अखिलेश यादव को कहा कि शर्म तो तुम्हें आना चाहिये कि कफी अपने पिता का सम्मान नहीं कर पाये योगी ने कहा कि मुझे किस बात की शर्म करनी चाहिए। अखिलेश यादव ने जबाब देते हुए कहा कि ये किस प्रकार का व्यवहार है।
विधानसभा के अंदर सीएम योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव के बीच लगातार बहस हो रही थी। इस मुद्दे के बाद फिर बात प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या को लेकर दोनों में जोरदार बहस हो गई। इस बहस के दौरान भी सीएम योगी आदित्यनाथ तेज गुस्से में दिखे। सीएम योगी कह रहे थे कि राज्य में गुंडे और माफिया जो इतने है वो समाजवादी पार्टी की देन है।
योगी की इस बात पर ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव भड़क गए। इस बात को लेकर सपा विधायकों ने जमकर हंगामा किया था। वहीं योगी ने अतीक अहमद को सपा द्वारा पोषित बताया। सदन में गरजते हुए नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जमकर हमला किया। उन्होंने बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड के एकमात्र गवाह उमेश पाल की हत्या की बात भी सदन में उठाई। उन्होंने सवाल किया कि प्रयागराज में जहां हाईकोर्ट है। उस जगह पे दिनदहाड़े गोलियां चल रही है। मुख्य गवाह की हत्या कर दी जा रही है। उन्होंने सदन सवाल करते हुए कहा कि राज्य के अंदर पुलिस क्या कर रही है।