UP Civic Body Election: निकाय चुनाव को लेकर तैयारियां चल रही है। सभी राजनीतिक दल अपने अपने हिसाब से तैयारियों में लगे हैं। वहीं बसपा सुप्रीमों ने फैसला लिया है कि वो निकाय चुनाव का प्रचार करने के लिए नहीं जाएंगी। इसके लिए तमाम वरिष्ठ पार्टी के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। वहीं इस बार निकाय चुनाव कराने की जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्ष पर है। ये पहली बार है जब पाल के कंधे पर बड़ी जिम्मेदारी है जब कोई चुनाव होने जा रहा है।
प्रदेश में हुए पिछले कई चुनाव में मायावती ने कोई खास प्रदर्शन नहीं किया है। ऐसे में देखने वाली बात है कि इस चुनाव में मायावती कितना कमाल कर पाती है। मायावती के लिए आने वाला लोकसभा चुनाव काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। यही कारण है कि माया ने अपने पदाधिकारियों पर निकाय चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी है। वो खुद लोकसभा चुनाव के लिए लगी है।
जानकारी हो कि हाल ही में अतीक अहमद और अशरफ की हत्या को लेकर बसपा सुप्रीमों मायावती ने सरकार पर हमला बोला था। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि “गुजरात जेल से अतीक अहमद व बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकाण्ड की तरह ही, यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था व उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है।”
2. देश भर में चर्चित इस अति-गंभीर व अति-चिन्तनीय घटना का माननीय सुप्रीम कोर्ट अगर स्वंय ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर। वैसे भी उत्तर प्रदेश में ’’कानून द्वारा कानून के राज’’ के बजाय, अब इसका इण्काउण्टर प्रदेश बन जाना कितना उचित? सोचने की बात।
— Mayawati (@Mayawati) April 16, 2023
प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव देश में अगले साल होने वाले निकाय चुनाव को लेकर रुप रेखा तय करेंगे। यही कारण है कि तमाम राजनीतिक दल इस निकाय चुनाव में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे है। इसी कड़ी में बीजेपी ने खास तैयारी की है। आज सीएम योगी गोरखपुर मंडल के दौरे पर हैं। जहां से वो कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम करेंगे। वहीं मुख्य विपक्ष के नेता अखिलेश यादव लगातार लोगों के बीच जा रहे हैं।
Nikay Chunav: सीएम योगी संभालेंगे निकाय चुनाव की कमान, पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ करेंगे मीटिंग