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इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh) । शिवपाल यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सीबीआई ने लखनऊ के गोमती रिवर फ्रंट घोटाले में शिवपाल यादव और अन्य अफसरों के खिलाफ जांच के लिए मंजूरी मांगी है। सीबीआई इस घोटाले के मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के सेक्शन 17 ए के तहत पहले ही मामला दर्ज कर चुकी है। 17 ए में पहले मंजूरी की आवश्यकता पड़ती है।
सीबीआई ने जांच की मंजूरी ऐसे वक्त मांगी है, जब मैनपुरी में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं और शिवपाल और अखिलेश मतभेदों को भुलाकर एक हो गए हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि क्या अखिलेश और शिवपाल यादव का एका भाजपा को रास नहीं आया है। फिलहाल शिवपाल यादव ने कहा है कि भाजपा से यही उम्मीद थी।
2017 के बाद एक साथ आए शिवपाल-अखिलेश
दरअसल, शिवपाल यादव 2017 के चुनाव में सपा से अलग हो गए थे। उन्होंने अपनी नई पार्टी प्रसपा बना ली थी। इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में साथ आए। तब उन्हें अखिलेश यादव ने सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ाया था और वे जीते। हालांकि उसे बाद उनकी राहें अलग हो गईं। अब जब मैनपुरी में मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उपचुनाव हो रहे हैं और अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव मैदान में हैं तो शिवपाल फिर एक साथ हो गए हैं।
एक दिन पहले सिक्योरिटी में हुई कटौती
इससे एक दिन पहले शिवपाल यादव की सिक्योरिटी में कटौती कर दी गई थी। शिवपाल यादव को पहले जेड श्रेणी की सिक्योरिटी मिली थी। अब वाई श्रेणी की सिक्योरिटी के घेरे में शिवपाल यादव रहेंगे। एक लेटर सुरक्षा मुख्यालय से इटावा एसएसपी और पुलिस कमिश्नर लखनऊ को भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति की सिफारिश के बाद यह फैसला लिया गया है।
शिवपाल बोले- ऐतिहासिक होगी जीत
फिलहाल मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव अब अपने रोचक दौर में पहुंच चुका है, जहां एक तरफ सत्ता और विपक्ष में तीखी नोकझोंक हो रही है। वहीं शिवपाल सिंह यादव अपनी बहू डिंपल की ऐतिहासिक जीत का दावा कर रहे हैं। शिवपाल यादव की सुरक्षा घटाए जाने और गोमती रिवर फ्रंट की सीबीआई जांच की सरकार से परमिशन पर शिवपाल यादव ने कहा कि सारे काम नियमानुसार और सही किए गए हैं। इस सरकार से यही उम्मीद है।
पक्ष विपक्ष में मचा घमासान
भ्रष्टाचारियों पर सरकार करेगी कार्रवाई: मंत्री अरुण कुमार
यूपी सरकार में वन पर्यावरण और जंतु उद्यान मंत्री अरुण कुमार ने कहा कि भ्रष्टाचार रोकने के लिए सरकार काम कर रही है। जो भी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई होगी। रही बात शिवपाल यादव की सुरक्षा में कटौती की तो सरकार ने सुरक्षा की जांच करने के बाद ही काम की है।
भाजपा प्रवक्ता बोले- संकल्प पत्र में जांच का मुद्दा
भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि मैंनपुरी में परेशान समाजवादी पार्टी हर मुद्दे को राजनीतिक रंग देने का प्रयास कर रही है। रिवर फ्रंट घोटाले की सीबीआई जांच भाजपा के संकल्प पत्र का हिस्सा है।
कांग्रेस ने कहा- भाजपा की नियत में खोट
कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा कि भ्रष्टाचार के विषय पर भाजपा की नियत में खोट है। भाजपा भ्रष्टाचार समाप्त करने के बजाय सिर्फ हथियार बनाकर इस्तेमाल कर रही है। यह सीधे तौर पर भ्रष्टाचार को समर्थन है। रिवरफ्रंट घोटाले को 8 साल तक क्यों दबा कर रखा? अभी तक जांच क्यों दबी रही? जो भ्रष्टाचारी थे वह सलाखों के पीछे क्यों नहीं गए? जनता को भाजपा सरकार ने सिर्फ और सिर्फ गुमराह करने का काम किया है। जनता समझ रही है कि भाजपा भ्रष्टाचार समाप्त करने की बजाय उसकी पोषक है , और जरूरत पड़ने पर चाहे वह चुनाव हो या किसी नेता को चुप कराना उस समय हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है।
सपा ने कहा- होने वाली हार से डर गई भाजपा
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कहा कि यह बताने के लिए काफी है कि भारतीय जनता पार्टी मैनपुरी में होने वाली हार से डर गई है। इसलिए वह इस तरीके के हथकंडे अपना रही है। लेकिन समाजवादी पार्टी और शिवपाल यादव डरने वाले नहीं है, झुकने वाले नहीं है।
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