UP News : उत्तर प्रदेश के जनकपुर से अयोध्या के लिए शालिग्राम शिला को लेकर निकला रथ आज गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर पहुंचा। गोरखनाथ मंदिर में पूजन के बाद शिला को अयोध्या के लिए भेजा जाएगा। बुधवार को पूजन योगी जी बतौर गोरक्षपीठाधीश्वर खुद करेंगे। वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य आज वाराणसी में राष्ट्रीय सी बी एस ई एथलेटिक मीट के उद्घाटन कार्यक्रम में भाग लेंगे। फिर पार्टी पदाधिकारियों के संवाद करेंगे।
दरअसल नेपाल की काली गंडकी नदी से मिले इस 6 करोड़ साल पुराने 2 विशाल शालीग्राम पत्थरों से भगवान श्रीराम के बाल स्वरूप की मूर्ति बनाई जाएगी। साथ ही इसी शालीग्राम से ही माता सीता की मूर्ति बनाई जानी है।
रामलला की मूर्ति 5 से साढ़े 5 फीट की बाल स्वरूप की होगी। मूर्ति की ऊंचाई इस तरह तय की जा रही है कि रामनवमी के दिन सूर्य की किरणें सीधे रामलला के माथे पर पड़ें।
बता दें कि शास्त्रों के अनुसार शालिग्राम में भगवान विष्णु के वास की अवधारणा मानी जाती है। पौराणिक ग्रंथों में माता तुलसी और भगवान शालिग्राम के विवाह का उल्लेख भी मिलता है।
शालिग्राम के पत्थर गंडकी नदी में ही पाए जाते हैं। हिमालय के रास्ते में पानी चट्टान से टकराकर इस पत्थरों को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ देता है। माना जाता है कि जिस घर में शालिग्राम की पूजा होती है, वहां सुख-शांति आती है। साथ ही माता लक्ष्मी की भी कृपा उस घर पर बनी रहती है।
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