India News(इंडिया न्यूज़) UP News: यूपी बाबा का यूपी है, एक दम भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश, यहां बाबा का जीरो टॉलरेंस वाले नीति लागू है, अब क्या मजाल जो बाबा के राज में भ्रष्टाचार कर सके, तो कान खोल कर सुन लीजिए यहां भ्रष्टाचार के मारपीट नही सीधा गोली चला दी जाती है। ऐसे ही एक मामले को लेकर सभी चकित है कि कमीशन नही देने पर प्रधान जी पहले भरी मीटिंग में मारपीट करने लगे उसके बाद बीच बचाव में एक सचिव ने गोलियां दाग दी दी, वो तो गनीमत रहा गोली किसी के सीने को चीरते हुए नहीं गई वरना बड़ा कांड हो जाता।
यह पूरा मामला बस्ती जिले के परशुरामपुर ब्लॉक का है। जहां तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी नरेंद्र प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि प्रधान प्रतिनिधि करनपुर विकास खंड परशुरामपुर अपने समर्थकों के साथ सहायक विकास अधिकारी के कक्ष में आए, उस समय मीटिंग चल रही थी, फिर कमीशन को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी के बाद मारपीट होने लगी। इसी बीच एक अन्य सचिव ऋतुराज पांडे ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से फायर कर दिया। फायर होते ही दोनों पक्ष तितर-बितर हो गए। ग्राम पंचायत अधिकारी ने प्रधान प्रतिनिधि के विरुद्ध तहरीर देकर शिकायत की है।
डीएसपी शेषमणि का कहना है कि मामले में जांच उपरांत विधिक कार्यवाही की जाएगी। मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत करनपुर में अमृत सरोवर निर्माण में मनरेगा मजदूरी में कमीशन खोरी के चलते यह घटना घटित हुई है। जानकारी के अनुसार अमृत सरोवर खुदाई में 201 श्रम दिवस की मजबूरी लगभग ₹644000 के मास्टर रोल को जीरो कर दिया गया है इसी बात को लेकर विवाद हुआ। कहासुनी होते-होते दोनों पक्ष आक्रोशित हो गए और मारपीट हो गई। दोनों पक्षों ने थाने पर तहरीर दिया है। जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।