उत्तर प्रदेश के बिजलीकर्मियों की हड़ताल के समर्थन में पूरे देश से 27 लाख बिजलीकर्मी सड़कों पर उतरने के लिए तैयार हैं। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के साथ कई दौर के बातचीत का कोई मतलब नहीं रहा। विद्युत कर्मचारी के साथ संघर्ष समिति के कर्मचारी हड़ताल पर जा चुकें हैं। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने हड़ताल पर जाने वाले कर्मचारियों को हिदायत देते हुए बताया कि सरकार के धन का नुकसान करने और काम पर लगे कर्मियों से गलत व्यवहार करने वालों के खिलाफ एस्मा के तहत कार्रवाई की जाएगी।
संविदाकर्मी एवं आउटसोर्सिंग कर्मी हड़ताल पर गए तो उसी समय उनकी सेवा खत्म की जाएगी। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी सहित अन्य उपक्रमों एवं विभिन्न मैन पावर एजेंसियों में तकनीकी कर्मचारियों को सेफ तरीके से रखा गया है। सभी विभागों को रिजर्व कर्मियों की लिस्ट सौंपी गई है। जहां जिसकी जरूरत होगी वहां बुलाया जाएगा। वहीं हड़ताल से निजात पाने के लिए जोड़दार इंतजाम होने की बात कही है। अनेक तरह के मांगों को लेकर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति से जुड़े कर्मचारियों ने हड़ताल करना शुरू कर दिया है।
ऊर्जा मंत्री के शर्मा ने बताया है कि हड़ताल पर जाने वाले संविदाकर्मियों की नौकरी तत्काल खत्म कर दी जाएगी। सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और कार्य करने वालों को परेशान करने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। पूरे राज्य में एस्मा लागू है। इस हालात में जनता को किसी भी तरह से नुकसान पहुंचाने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। वहीं सभी जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों को हिदायत दी जा चुकी है। उन्होंने लोगों से आग्रह की है कि किसी को भी असुविधा हो तो तत्काल कंट्रोल रूम को बताया जाए। क्योंकि सभी जगहों पर आपात हालात से निपटने की व्यवस्था है।
जानकारी दें कि हड़ताल से दूरी रखले वाले यूपी पावर ऑफिसर एसोसिएशन ने मोर्चा देखने की जिम्मेदारी ले ली है। एसोसिएशन के साथ और अन्य संगठन भी शामिल हो गए हैं। बीते दिन एसोसिएशन केंद्रीय कमेटी की बैठक में निर्णय किया गया है कि जिस तरह से दो दिन से हो रहे कार्य बहिष्कार को देखते हुए हड़ताल में भी पूरी जिम्मेदारी से काम किया जाएगा। जनता को किसी भी तरह की समस्या नहीं होगी। अधिकारियों को विशेष कर जिम्मेदारी दी गई है जो फील्ड में काम ना कर अटैच पद पर काम कर रहे है।