गोरखपुर के नकहा-बरगदवा ओवरब्रिज के कार्य की गति धीमी है। इस कारण इलाके में मौजूद लोग और रोजाना आने जाने वाले हजारों लोगों के लिए परेशानी बन गई है। निर्माण कार्य से उठने वाले धूल और गंदगी लोगों को शारीरिक और मानसिक बीमारी दे रही है। इसी बीच जाम के कारण ट्रक और छोटी गाड़ियों को रोक दिया जाता है। वहीं इसके बारे में किसी को पता तक नहीं है।
बता दें कि 14 माहीनों में ओवरब्रिज का कार्य केवल 40 फीसदी कम है। लेकिन वहीं निर्माण कार्य कर रही संस्था सेतु निगम ने दावा किया है कि दिसंबर 2023 में निर्माण कार्य खत्म हो जाएगा। लेकिन स्थानीय लोग बताते है कि काम के हालात को देखते हुए बोल पाना मुश्किल है कि ये कार्य पूरा भी होगा।
वहीं जाम से छुटकारा पाने के लिए वर्ष 2022 के जनवरी में नकहा-बरगदवा ओवरब्रिज के निर्माण कार्य शुरू हुआ था। सेतु निगम को इस ओवरब्रिज के निर्माण के लिए जिम्मेदारी दी गई है। वहीं शुरुआती दिनों की बात की जाए तो निगम ने तेजी से काम करना शुरू किया था। वहीं खाद कारखाने की ओर जाने वाले रास्तों पर आठ महीनों के भीतर 12 पिलर बना दिए गए थे। इस कार्य से लोगों में खुशी का महौल हो भी हो गया था। ऐसा लगा जैसे जल्द ही समस्याओं का निवारण हो जाएगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। नकहा की ओर से पिलर के कुछ हिस्से पर ओवरब्रिज की ढलाई की जा चुकी है। वहीं पिलर के लिए कहीं गड्ढे खोद दिए गए हैं।