उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में बहुत ज्यादा चर्चित राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल के बीते दिन मर्डर का मामला सामने आया है। उमेश पाल और उसके सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद की बाते दिन हत्या कर दी गई है। पुलिस ने इस बात का खुलासा किया है। पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा है कि धूमनगंज थानाक्षेत्र में उमेश पाल के घर के बाहर अज्ञात हमलावरों ने बम और गोली से उन पर हमला कर दिया है। जिसमें उमेश पाल के अलावा उनके दो सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए है।
जानकारी दें कि राजू पाल समाज पार्टी के विधायक थे। वर्ष 2005 में उनकी हत्या कर दी गयी थी। इस घटना में उमेश पाल मुख्य गवाह के रूप में थे। राजू पाल की हत्या में मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद है जो गुजरात की एक जेल में बंद है।
आपको बता दें कि सपा पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पूरी घटना को लेकर राज्य सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि ‘‘यह है उत्तर प्रदेश में ‘एनकाउंटर सरकार’ की झूठी छवि का ‘सच्चा एनकाउंटर’, जहां इलाहाबाद में सरेआम एक हत्याकांड के गवाह सहित दो पुलिसकर्मियों को बम-गोली से भून दिया गया। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के तहत ऐसी सुरक्षा एवं क़ानून-व्यवस्था में आम जनता भयभीत है।’’
ये है उप्र में एनकाउंटर सरकार की झूठी छवि का सच्चा एनकाउंटर, जहां इलाहाबाद में सरेआम एक हत्याकांड के गवाह सहित दो पुलिसकर्मियों को बम-गोली से भून दिया गया।
उप्र की भाजपा सरकार के तहत ऐसी सुरक्षा व क़ानून-व्यवस्था में आम जनता भयभीत है। pic.twitter.com/vxxqtvU0MC
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 24, 2023
प्रयागराज के पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बयान दिया है कि बीते शाम को पुलिस को जानकारी प्राप्त हुई कि राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल किसी कार्य के करने के दरमियान उनपर अज्ञात लोगों द्वारा हमला कर दिया गया है। पाल के अनुसार सरकार की तरफ से उन्हें दो सुरक्षाकर्मी उपलब्ध किए गए थे। पुलिस ने बताया कि पाल इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए है। घायल उमेश पाल की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उमेश पाल के सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद की भी देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई जबकि दूसरे सुरक्षाकर्मी राघवेंद्र सिंह का अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस आय़ुक्त ने बताया कि यह घटना उमेश पाल के घर के बाहर हुई है। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक सूचना के मुताबिक उमेश पाल पर दो बम फेंके गए और एक छोटे हथियार से गोली भी चलाई गई थी। परिजनों के द्वारा धूमनगंज थाना में तहरीर दी गई हैं जिसके आधार पर विधिक कार्यवाही की जाएगी।
पुलिस आयुक्त ने जानकारी देते हुए कहा कि इस पूरे मामले में जांच के लिए पुलिस की तरफ से आठ से दस टीम लगा दी गई हैं। वहीं सारी टीम अलग-अलग जगहों पर जांच में लगी हुई हैं। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पता लगाया जा रहा है कि हमलावर कितनी संख्या में आए थे।