Up Politics: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ने उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा और कहा है कि मैं सीएम योगी से सदन में पूछूंगा, कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने जो बयान दिया है, क्या वह लिखे हुए दोहे या कहावतें पढ़ सकते हैं?
दरअसल, बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान के एक कार्यक्रम में ये बोला था कि ‘सनातन धर्म भारत का राष्ट्रीय धर्म है।’ इसी के चलते अखिलेश यादव ने सवाल किया है कि उनकी मंदिर यात्रा क्यों रोकी गई है? अखिलेश यादव ने कहा, कि अगर सनातन धर्म ही राष्ट्रीय धर्म है, तो इसका जिक्र क्यों किस भी किताब में नही है? और अगर ऐसा नही है तो मुझे मंदिर जाने से क्यों रोका गया?
अखिलेश यादव ने कहा कि, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हमें बताना चाहिए कि दलितों और पिछड़ों को शूद्र क्यों माना जाता है।” ये आरोप लगाते हुए बोले कि क्यों बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने उन्हें लखनऊ के डालीगंज स्थित पीतांबरा देवी मंदिर में जाने से रोका। जहां उन्हुनें बताया है कि उन्हें पीतांबरा मंदिर में आमंत्रित किया गया था और संतों ने भी कहा था कि वे उनसे मिलना चाहते हैं। वहां, सिर्फ मैं उनसे मिलने और हवन में शामिल होने गया था। वहीं बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ताओं उन्होंने काले झंडे दिखाए और नारेबाजी करने लागे। क्या भाजपा के लोग मुझे जाने नहीं देना चाहते थे, क्योंकि मैं भी एक शूद्र हूं?
अखिलेश यादव ने कहा, “सपा लगातार अपनी बात रख रही है। वहीं उन्हुनें बोला कि हमने काम किया है और आपने क्या किया बताओ? इस बार सपा अपनी पूरी ताकत के साथ चुनाव लडेगी। जहां, उन्हुनें ये भी कहा है कि कोई भगवान श्रीराम के खिलाफ नहीं है, ना ही कोई रामचरितमानस के खिलाफ है। मैं मुख्यमंत्री जी से पूछना चाहूंगा कि कल मैं मंदिर जा रहा था, तो क्या वहां पर 5-6 गुंडे नहीं थे?
अखिलेश यादव ने कहा कि यह समय देश की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत नाजुक है। बीजेपी वालों कितनी हेरा-फेरी करोगे। जहां महंगाई और बेरोजगारी चरम छु रही है। वही इस वजह से देश का बहुत नुकसान हो रहा है। चुनाव के वक्त इन्वेस्टमेंट मीट कर रहे हैं। यह कुछ नहीं है, बस चुनाव का खेल है।
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