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UP Politics: राजनीति में पैर पसारते बॉलीवुड अभिनेता राजपाल यादव, कभी करते थे दर्जी का काम, काफी संघर्षपूर्ण रहा जीवन

• LAST UPDATED : March 11, 2023

UP Politics: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में होली के मौके पर बॉलीवुड फ़िल्म अभिनेता राजपाल यादव पहुँचे। बीजेपी विधायक अमन अरविन्द गिरि के फार्म हाउस पहुंचकर फ़िल्म अभिनेता ने स्व. विधायक अरविंद गिरि की समाधि स्थल पर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और परिजनों से मुलाकात की। राजपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विकास पुरुष के नाम से प्रसिद्ध गोला विधानसभा से 5 बार के विधायक व स्वर्गीय अरविंद गिरी के कठिन प्रयासों से बनने जा रहे गोला गोकरननाथ छोटी काशी शिव मंदिर सुंदरीकरण व कॉरिडोर के लिए खुशी हो रही है।

खबर में खास:

  • राजपाल यादव की राजनैतिक सर्व सम्‍भाव पार्टी 
  • नोटबंदी के समय कभी पीएम मोदी पर भी कर चुके हैं कटाक्ष, अब हैं उनके मुरीद,योगी के प्रशंसक
  • कच्चे घर में परवरिश, खराब थी आर्थिक स्थिति
  • जब राजपाल यादव ने रोजी-रोटी कमाने के लिए टेलरिंग का किया कोर्स
  • जेब में किराए के नहीं थे पैसे, फोटो दिखाकर काम मांगते
  • ऐसे मिला था फिल्म में पहला रोल, उसके बाद बदल गई दुनिया

राजपाल यादव की राजनैतिक सर्व सम्‍भाव पार्टी 

बॉलीवुड एक्‍टर राजपाल यादव अब पूरी तरह राजनाति में आना चाहते हैं। जैसे बॉलीवुड में किसी नए एक्टर को ब्रेक थ्रू की तलाश होती है। ठीक वैसे ही एक्‍टर राजपाल को ऐसी ही किसी ब्रेक थ्रू की तलाश राजनीति में है। हालांकि एक समय उन्होंने एक सर्व सम्‍भाव पार्टी (एसएसपी) के नाम से नई राजनीतिक पार्टी भी बनाई और यूपी की सभी 403 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान भी किया था। राजपाल ने उस दौरान कहा था कि, “मैं विवाद की नहीं, संवाद की राजनीति करने आया हूं। हम चुनाव लड़ेंगे, लेकिन हमारा अंदाज अलग होगा। हम समाज को सिखाएंगे कि पॉलिटिक्स कैसे की जाती है। लोकतंत्र किस तरीके से मजबूत और पुख्ता होता है।” बता दें, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजपाल के बड़े भाई श्रीपाल यादव होंगे। लाेगों की सेवा करना चाहता हूं।

नोटबंदी के समय कभी पीएम मोदी पर भी कर चुके हैं कटाक्ष, अब हैं उनके मुरीद,योगी के प्रशंसक

एक्टर राजपाल यादव ने इससे पहले कई बयान भी दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि यूपी में 15 सालों से कोई विकास नहीं हुआ है। विभिन्न राजनीतिक पार्टियां लोगों को 70 वर्षों से रोटी, बिजली, पानी के नाम पर गुमराह करने में जुटी हैं। उन्होंने किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन न करने की बात को सिरे से नकारा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बयान दिया था कि जनता की चुनी सरकार ने जो फैसला लिया है। वह देशहित में होगा, लेकिन केंद्र सरकार के इस फैसले से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। हालांकि अब राजपाल बीजेपी के काफी करीब माने जाते हैं। फिर चाहे वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बार -बार मुलाकात हो या पीएम मोदी की तारीफ।

कच्चे घर में परवरिश, खराब थी आर्थिक स्थिति

हिंदी सिनेमा में कुछ ऐसे हीरे हैं, जिन्होंने अपनी चमक से न सिर्फ फिल्मी पर्दे को रोशन किया है। बल्कि लोगों के दिलों में भी जगह बनाई है। ऐसा ही एक हीरा हैं ऐक्टर राजपाल यादव (Rajpal Yadav birthday) जिनका 16 मार्च को बर्थडे आने वालाहै। अपनी कॉमिडी किरदारों के जरिए लोगों को हंसाने वाले राजपाल यादव (Rajpal Yadav) ने 90 के दशक में अपने ऐक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। 3 दशक लंबे करियर में राजपाल यादव ने खूब उतार-चढ़ाव भी देखे। एक इंटरव्यू में राजपाल (Rajpal Yadav struggle) ने बताया था कि बचपन में उनके गांव में एक भी घर पक्का नहीं था। उनका घर भी कच्चा था और वह गांव के दूसरे बच्चों के साथ गड्ढों में भरे पानी में खेलते थे।

जब राजपाल यादव ने रोजी-रोटी कमाने के लिए टेलरिंग का किया कोर्स

परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। जैसे-तैसे खेती कर घर-परिवार का गुजारा चलता था। लेकिन पिता ने उन्हें किसी बात की कमी महसूस नहीं होने दी। उन्हें गांव से दूर एक अच्छे स्कूल में पढ़ाया। स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद राजपाल यादव ने रोजी-रोटी कमाने के लिए आर्डनेंस क्‍लॉथ फैक्ट्री में टेलरिंग से अप्रेंटिस का कोर्स किया। परिवार की जरूरतों और दिक्कतों को देखते हुए उन्होंने टेलर अप्रेंटिस का काम किया। पर मन में कहीं न कहीं ऐक्टर बनने की ख्वाहिश थी। इसी ख्वाहिश के चलते राजपाल यादव ने थिएटर की दुनिया में आ गए। उन्होंने लखनऊ की भारतेंदु नाट्य अकेडमी और दिल्ली के नैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से थिएटर व ऐक्टिंग के गुर सीखे।

जेब में किराए के नहीं थे पैसे, फोटो दिखाकर काम मांगते

राजपाल यादव फिर मुंबई आ गए और यहां उनका हर निर्माता-निर्देशक के दरवाजे पर जाने का सिलसिला शुरू हो गया। बॉलीवुड में कदम जमाने के लिए उन्हें खूब मशक्कत करनी पड़ी। एक वक्त ऐसा भी था जब राजपाल यादव के पास पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जाने के लिए पैसे तक नहीं थे। इस बार में राजपाल यादव ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब ऑटो के लिए पैसे नहीं होते थे तो वह जुहू, लोखंडवाला, आदर्श नगर और यहां तक कि बांद्रा तक पैदल ही जाते थे। साथ में वह अपनी फोटो लेकर चलते थे और उसे दिखाकर काम मांगते थे। लेकिन राजपाल यादव इस बात के शुक्रगुजार हैं कि उन्हें मुश्किल वक्त में फिल्म इंडस्ट्री के लोगों से बहुत साथ मिला। राजपाल यादव ने कहा था कि अगर उन्हें फिल्म इंडस्ट्री का साथ नहीं मिलता, तो वहां खड़े नहीं हो पाते, जहां वो आज हैं।

ऐसे मिला था फिल्म में पहला रोल, उसके बाद बदल गई दुनिया

राजपाल यादव वह किस्सा कभी नहीं भूल सकते। जब उन्हें रामगोपाल वर्मा ने उनके करियर का पहला सीन दिया था। यह फिल्म ‘शूल’ के वक्त की बात है। रामगोपाल वर्मा फिल्म में मनोज वाजपेयी के साथ काम कर रहे थे। राजपाल यादव जब नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ फिल्म के सेट पर पहुंचे तो रामगोपाल वर्मा ने उन्हें फिल्म में एक कुली का रोल दिया। डायलॉग में बस 3 लाइनें थीं। राजपाल यादव की जब बारी आई तो उन्होंने इन लाइनों को इस तरह से बोला कि हर कोई ताली बजाने लगा। राजपाल यादव ने बताया था कि तब उनके 3 लाइन के डायलॉग को 13 लाइन लंबा कर दिया गया था।

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