UP Politics: सपा प्रमुख अखिलेश यादव आज लखनऊ में मां पीतांबरा देवी 108 के दर्शन करने पहुंचे थे। जहां पर उन्होंने महायज्ञ में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर भी बात की। पूर्व सीएम ने इस दौरान बीजेपी पर जमकर हमला बोला।
अखिलेश ने कहा कि इस धार्मिक आयोजन को कराने वालों को धमकियां मिल रही हैं। बीजेपी गुंडे भेज रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस में फर्क नहीं है, लेकिन धार्मिक कार्यक्रम में भी वो ऐसा कर रहे हैं। दरअसल लखनऊ के मां पीतांबरा देवी मंदिर में महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है जहां पर अखिलेश यादव पहुंचे थे।
I came here to participate in the Yagya but the BJP is not liking it. The people who had invited me here to the program are getting threats from BJP and RSS. There is no contractor of religion. BJP sent goons here so that I could not attend the event: SP chief Akhilesh Yadav pic.twitter.com/hHSQtg4E92
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 28, 2023
मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ने हमे शूद्र माना है साथ ही दलितों को भी शूद्र मानती है। बीजेपी नहीं चाहती है कि हम सब मंदिर में पूजा करें। सपा प्रामुख ने कहा कि जब बीजेपी को इस बात की भनक लगी कि वहां सपा के लोग जा रहें तो यहां से सुरक्षा व्यवस्था हटा दी गई।
सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा ने यहां गुंडे भेजे ताकि मैं कार्यक्रम में शामिल न हो सकूं। रात में यहां तैनात सभी थानों को हटा दिया गया। मुझे जो एनएसजी सुरक्षा दी गई थी, उसे भाजपा ने जानबूझकर हटा दिया है। आज मेरी समझ में आ रहा है कि मेरी सुरक्षा क्यों हटाई गई और घर क्यों छीन लिया गया।
उन्होंने आगे कहा कि मैं यहां यज्ञ में भाग लेने आया था लेकिन भाजपा को यह रास नहीं आ रहा है। जिन लोगों ने मुझे यहां कार्यक्रम में आमंत्रित किया था, उन्हें बीजेपी और आरएसएस से धमकियां मिल रही हैं। धर्म का कोई ठेकेदार नहीं है। बीजेपी ने यहां गुंडे भेजे ताकि मैं कार्यक्रम में शामिल न हो सकूं।
दरअसल सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरित मानस पर विवादित बयान दिया था जिसके बाद बीजेपी लगातार सपा पर निशाना साध रही है। बीजेपी ने सपा पर हिंदूओं के अपमान करने का आरोप लगाया है। बीजेपी का कहना है कि सपा सदा से तुष्टीकरण की राजनीति करती आई है। वहीं इस मामले में आज सपा प्रमुख ने स्वामी प्रसाद मौर्य से मुलाकात की। इस दौरान जातिगत जनगणना को लेकर और पिछड़ो को आरक्षण को देने को लेकर हुई।