UP Politics: उत्तर प्रदेश की राजनीति से बड़ी जानकारी बाहर निकल कर सामने आई है। मायावती ने बड़ा फैसला लेते हुए सियासत का बड़ा चेहरा माने जाने वाले राज किशोर सिंह और उनके भाई बृजकिशोर सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इससे प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है। बताया जा रहा है कि निष्कासित किए गए नेताओं ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ देखा गया था। इस तस्वीर के सामने आने के बाद से मायावती का पारा चरम पर हो गया। मायावती ने फैसला लेते हुए दोनों पूर्व मंत्री भाइयों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
जानकारी के लिए पूर्वांचल में राजकिशोर सिंह का अपना एक बड़ा जनाधार है और वे जिस भी दल में रहते है उनके साथ हुजूम चलता है। कहा जाता है कि बसपा से निकाले जाने के बाद अब वे अपने कार्यकर्ताओं से बात करेंगे और उसके बाद ही कोई निर्णय लेंगे। दोनों के पार्टियों से निकलने के बाद कयास लगाए जा रहा है कि वो बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। दोनों ही नेता बस्ती जिले से आते हैं। बसपा जिला अध्यक्ष जयहिंद गौतम ने इस बाबत एक चिट्ठी भी जारी की है।
रविवार को महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे एक दिवसीय अयोध्या के दौरे पर थे। जहां पर ये दोनो नेता भी पहुंचे। इस बात की जानकारी होते ही बसपा सुप्रीमों ने कड़ा रुख अपनाते हुए दोनों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। बताया जाता है कि मायावती को ये बिल्कुल पसंद नहीं है कि कोई भी कार्यकर्ता उनके प्रतिद्वदी के साथ नजर न आए। इससे उलट इन दोनों नेताओं ने इन दोनों नेताओं ने अयोध्या में एकनाथ शिंदे से मुलाकात की, जिसका इन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा।
आपको बता दें कि पार्टी अध्यक्ष मायावती के निर्देश पर इन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया। दोनों नेता पूर्वांचल के बस्ती जिले से आते हैं। बस्ती के बीएसपी जिलाध्यक्ष ने एक चिट्ठी जारी की है। जारी की गई चिट्ठी में कहा गया है कि पार्टी अध्यक्ष के निर्देश पर पूर्व कैबिनेट मंत्री राजकिशोर सिंह और उनके भाई व पूर्व राज्य मंत्री बृजकिशोर सिंह को पार्टी से बाहर किया गया है। उन्होंने चिट्ठी में कहा कि दोनों को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर पार्टी से निष्कासित किया गया।