उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बीते दिनों बयान देते हुए कहा था कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है। उनके इस बयान पर विरोधियों ने जम कर हंगामा काटा था। इस बयान के बाद एक बार फिर से सीएम योगी ने अपना बयान दिया है। उनके इस बयान पर विपक्षियों ने एक बार फिर से उन्हें घेर लिया है।
मुख्यमंत्री ने बयान दिया है कि “विकास और हिंदुत्व अलग-अलग करके नहीं देखे जा सकते हैं। दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। हिंदू ग्रोथ रेट को कोई दुनिया के अंदर देखेगा तो भारत उस समय विश्व गुरू के रूप में था।”
उनका कहना है कि डेवलपमेंट अगर होगा तो हम सारे नागरिकों के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन किए जा सकते हैं। डेवलपमेंट ही एक मात्र आधार है जो परिवारवाद, जातिवाद और वर्ग संघर्ष से समाज को मुक्त करेगा। और देश के लिए एक बेहतर उन्नती दे सकता है। उनका कहना है कि जिस किसी ने भी परिवारवाद और जातिवाद की राजनीति करने की कोशिश की है और राजनीति की आड़ में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है। उनसे देश की उन्नती की उम्मीद नहीं की जा सकती है।
आपको बता दें कि सीएम योगी ने बीते दिनों कहा था कि अगर भारत का कोई नागरिक हज को जाता है तो उसका संबोधन वहां हिंदू का होता है। भारत का कोई नागरिक हज पर जा रहा है तो कोई उसे हाजी के रूप में नहीं मानता है। और न ही उसे इस्लाम के रूप में मानता है। तो उसे हिन्दू के नाम से जाना जाता है।और इस बात से किसी को भी कोई परेशानी नहीं होती है। इससे ये कह सकते है कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है।
वहीं उनका कहना है कि भारत हिंदू राष्ट्र है और यहां का हर एक नागरिक हिंदू है। क्योंकि यह कोई जाती पर आधारिक सूचक चिन्ह और मजहब सूचक नहीं है। हिंदू राष्ट्र से किसी भी नागरिक को कोई परहेज नहीं होना चाहिए। हिंदू को अगर आप मत और मजहब से जोड़ रहे हैं तो हम लोग हिंदू को समझने की भूल कर रहे हैं। संविधान के प्रति हर भारतीय के मन में सम्मान होना चाहिए। भारत एक हिंदू राष्ट्र था, हिन्दू राष्ट्र है और हिन्दू राष्ट्र रहेगा।