UP Politics: पिछले दिनों से रामचरितमानस पर विवादित बयान देने के बाद सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य कई लोगों के निशाने पर आ गए है। देश भर में उनका विरोध हो रहा है। लखनऊ में स्वामी के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज की जा चुकी है। वही लेटे हनुमान मंदिर में उनके प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। सपा ने उनके बयान से किनारा कर लिया है। वही स्वामी अपने बयान पर अड़े हैं। इन सब के बीच स्वामी प्रसाद ने आज एक ट्वीट किया और उन लोगों को जवाब दिया जो उनके बयान का विरोध करने के नाम पर विरोध कर रहें हैं।
आज सबेरे सपा नेता स्वामी प्रसाद ने ट्वीट करते हुए कहा कि अभी हाल में मेंरे दिये गये बयान पर कुछ धर्म के ठेकेदारों ने मेरी जीभ काटने एवं सिर काटने वालों को इनाम घोषित किया है, अगर यही बात कोई और कहता तो यही ठेकेदार उसे आतंकवादी कहते, किंतु अब इन संतों, महंतों, धर्माचार्यों व जाति विशेष लोगों को क्या कहा जाए आतंकवादी, महाशैतान या जल्लाद।
अभी हाल में मेंरे दिये गये बयान पर कुछ धर्म के ठेकेदारों ने मेरी जीभ काटने एवं सिर काटने वालों को इनाम घोषित किया है, अगर यही बात कोई और कहता तो यही ठेकेदार उसे आतंकवादी कहते, किंतु अब इन संतों, महंतों, धर्माचार्यों व जाति विशेष लोगों को क्या कहा जाए आतंकवादी, महाशैतान या जल्लाद।
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) January 27, 2023
दरअसल खबरें आ रही थी कि कई संगठनों ने स्वामी के बयान से नराजगी जताई है। वही उनसे माफी मांगने को भी कहा है। ऐसे में सपा नेता ने सभी को जवाब दिया है। साथ मे कहा है कि जो लोग भी मेरी जीभ काटने की बात कर रहें है या फिर जो भी मेरा सिर कलम करने की बात कह रहें है वो आतंकवादी हैं। इसको लेकर स्वामी प्रसाद ने ट्वीट किया है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ( सपा नेता ) ने कहा था कि रामचरित मानस किताब को सरकार को बैन करना चाहिए। उसमे कई वाक्य और दोहा ऐसे हैं जो कि सही नही है। सरकार को इस किताब पर बैन लगा देना चाहिए। वही उनके इस बयान के बाद देश में सियासी भूचाल सा आ गया है। बीजेपी ने कहा कि ये सपा नेता का नही बल्कि समाजवादी पार्टी का बयान है, सपा हमेशा तुष्टीकरण की राजनीति में विश्वास रखती है।
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