(A lot of protest has been expressed on Maulana Arshad Madani’s ‘Om’ and ‘Allah’ statement.): समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने मौलाना अरशद मदनी के ‘ओम’ और ‘अल्लाह’ बयान पर काफी विरोध जताया गया है।
UP Politics: जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के ‘ओम’ और ‘अल्लाह’ वाले बयान पर लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिला। इसी बीच उत्तर प्रदेश के संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के बयान पर विरोध करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है।
पहले बात करते है कि, रविवार को जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी का बयान क्या था। मदनी ने कहा था कि, बहुसंख्यक समाज के पूर्वज हिंदू नहीं बल्कि मनु थे। जो कि ऊँ यानी अल्लाह की पूजा करने वाले थे। ‘ओम’ और ‘अल्लाह’ , मनु और पैगंबर आदम को एक सा बताते हुए दावा किया कि, बहुसंख्यक समाज के ‘पूर्वज हिंदू नहीं थे। बल्कि मनु थे जो एक ओम यानी अल्लाह की इबादत करने वाले थे।’
दरअसल, मदनी ने आरएसएस चीफ मोहन के एक कथित बयान का जवाब दिया था। जिसमें चीफ मोहन ने कहा था कि, ‘मुसलमान चाहें तो अपने धर्म के साथ रहें या फिर अपने पूर्वजों की तरफ लौट आएं।‘
मौलाना मदनी के बयान पर सपा सांसद ने जवाब देते हुए कहा कि, “यह ठीक है वो जिसको मानते होंगे। हम तो अल्लाह को मानते हैं। मेरे ख्याल से मुस्लिम अल्लाह को मानते हैं और हिंदू ओम को।” आगे उन्होंने कहा कि, “हम अल्लाह के हैं और वो ओम के हैं। दोनों अलग-अलग हैं। इस तरह के बयान से आपस में विवाद पैदा होगा। मेरे ख्याल से जो उन्होंने बात कही है वो सही नहीं हैं।”
मौलाना अरशद मदनी ने जमीयत समूह के 3 दिवसीय 34वें अधिवेशन के आखिरी दिन रामलीला मैदान में दावा किया कि, ‘‘ इस्लाम भारत के लिए नया मज़हब नहीं है। ’ अल्लाह’ यानी ’ ओम’ ने मनु यानी आदम को यहीं उतारा और उन्होंने एक ’ अल्लाह’ यानी एक ’ ओम’ की इबादत करने को कहा और इसके बाद के आए पैगंबरों ने भी यही संदेश दिया।’’
आगे बढ़ते हुए अरशद मदनी ने कहा कि, ‘‘ जिस तरह आज दुनिया भटकी हुई है। हम भी भटके हुए थे। हमने 365 देवी देवता बना रखे थे और हर सुबह उठकर हम भी उनकी इबादत करते थे। हम मनु के बताए हुए रास्ते से भटके हुए थे।’’ मौलाना मदनी के इस बयान के बाद हर तरफ संग्रान मचा हुआ है।
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