UP Politics: पीलीभीत (Pilibhit) से बीजेपी (BJP) सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने कुछ ऐसे फैसले किए हैं जिनकी वजह से अब विपक्ष भी खामोश होता दिख रहा है। दरअसल, बीते कुछ दिनों से उन्होंने अपनी ही सरकार(बीजेपी) की नीतियों पर चुप्पी साधा हुआ है। तो वहीं हाल ही में ऑक्सफोर्ड यूनियन (Oxford Union) के आमंत्रण को ठुकरा कर उन्होंने फिर से एक नई राजनैतिक चर्चा को बल दिया है।
बीते दिनों तक वरुण गांधी यूपी और केंद्र की सरकार को घेरने का एक भी मौका नहीं छोड़ते थे। गांधी को अपनी ही सरकार पर जब- जब हमला करने का मौका मिला उन्होंने किया। जो अब बदले हुए से नज़र आ रहे हैं। दरअसल, करीब दो महीने से ज्यादा समय का गुजर गया है लेकिन सांसद ने बीजेपी सरकार पर एक बार भी सार्वजनिक तौर पर निशाना नहीं साधा है। माना जा रहा है कि बीजेपी और वरुण गांधी की आपस में बन गई है। दोनों का एक दूसरे के लिए तेवर भी नरम हो गया है। जिसके बाद राजनैतिक गलियारों में यह चर्चा है कि बीजेपी के ओर से वरुण गांधी का टिकट भी अब तय माना जा रहा है।
सूत्र कह रहे हैं कि वरूण गांधी को ये आमंत्रण इसलिए दिया क्योंकि पिछले कई महीनों से वो सरकार की नीतियों के खिलाफ बोल रहे थे। इसलिए ऑक्सफोर्ड यूनियन चाहती थी कि वह इस प्रस्ताव के खिलाफ ही बोलें “यह सदन मोदी के भारत को सही रास्ते पर मानता है।” यह आमंत्रण सांसद वरूण को ऐसे समय आया है। जब उनके चचेरे भाई और कांग्रेस नेता राहुल गांधी(Rahul Gandhi) की लंदन यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री पर की गई हालिया टिप्पणियों की वजह से चर्चा गरम है। लेकिन वरूण गांधी ने इस चर्चा में शामिल होने से इनकार कर दिया।
UP News: ताज के शहर आगरा की छवि खराब ना हो इसके लिए रेलवे ने कसी कमर, जानें पूरी खबर