Lok Sabha Elections 2024: बीजेपी (BJP) के पीलीभीत (Pilibhit) से सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) अक्सर अपने बयानों की वजह से चर्चा में बने रहते हैं। दरअसल वो अपनी पार्टी पर ही जुबानी हमले बोलते रहते हैं। बीते दिनों में बीजेपी सरकार के खिलाफ एक के बाद एक उन्होंने जमकर जुबानी हमले किए। जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वरुण गांधी कांग्रेस (Congress) या फिर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का दामन थाम सकते हैं। लेकिन अब वरुण गांधी के सुर बदले-बदले नजर आ रहे हैं,आखिर क्या है इसके पीछे वजह?
बीते दिनों तक वरुण गांधी यूपी और केंद्र की सरकार को घेरने का एक भी मौका नहीं छोड़ते थे। गांधी को अपनी ही सरकार पर जब- जब हमला करने का मौका मिला उन्होंने किया। जो अब बदले हुए से नज़र आ रहे हैं। दरअसल, करीब दो महीने से ज्यादा समय का गुजर गया है लेकिन सांसद ने बीजेपी सरकार पर एक बार भी सार्वजनिक तौर पर निशाना नहीं साधा है। माना जा रहा है कि बीजेपी और वरुण गांधी की आपस में बन गई है। दोनों का एक दूसरे के लिए तेवर भी नरम हो गया है। जिसके बाद राजनैतिक गलियारों में यह चर्चा है कि बीजेपी के ओर से वरुण गांधी का टिकट भी अब तय माना जा रहा है।
हालांकि इस मुद्दे पर दोनों तरफ से कोई भी खुलकर कुछ नहीं कह रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी पीलीभीत से लेकर दिल्ली तक उनकी खामोशी की चर्चा शुरू हो गई है। राजनीति के जानकारों की मानें तो बीते लंबे वक्त से जो वरुण गांधी बीजेपी सरकार पर निशाना साध रहे थे जो अब अचानक खामोश हो गए हैं। बीते दो महीने से उनके ओर से बीजेपी को टारगेट करते हुए न कोई बयान आया है और नहीं कोई ट्वीट किया गया है।
सूत्र कह रहे हैं कि वो अपनी मां और सुल्तानपुर से बीजेपी सांसद मेनका गांधी(BJP MP Maneka Gandhi) की प्रतिक्रिया के बाद उनके सुर अचानक बदल गए हैं। इस पर बोलते हुए पीलीभीत के बीजेपी जिलाध्यक्ष का कहना है कि हम सभी लोग पार्टी के वफादार कार्यकर्ता हैं। हम सभी लोग पार्टी के लिए काम करते हैं। पीलीभीत का एक-एक बीजेपी का कार्यकर्ता कमल के फूल के लिए काम करता है। बता दें कि वरुण गांधी का अंतिम ट्वीट अपनी सरकार के खिलाफ 13 जनवरी को आया था, इसके बाद प्रदेश का बजट भी आ गया है पर उनका कोई रिएक्शन नहीं आया।