UP Politics: एक तरफ जहां स्वामी प्रसाद का कद पार्टी में बढ़ गया तो दूसरी ओर उनके द्वारा दिए गए विवादित बयान पर सियासत थमने का नाम नही ले रही है। बीजेपी ने स्वामी के बयान को सपा का बयान बताया तो बीएसपी सुप्रीमों ने भी अपनी बातों को रखा और कहा कि ऐसा बयान राजनीतिक स्वार्थ के लिए दिया जाता है। ऐसे में स्वामी प्रसाद अपने बयान पर पीछे हटने को तैयार नही है। उनका कहना है कि दलितों और पिछड़ों की बात करने से वो पीछे नही हटेंगे। इस बीच उन्होंने ट्वीट किया और कई बातों को रखा।
स्वामी प्रसाद ने आज फिर अपने बयान को लेकर ट्वीट किया और लिखा कि “देश की महिलाओं, आदिवासियों, दलितों व पिछड़ो के सम्मान की बात करने से तथाकथित धर्म के ठेकेदारों को मिर्ची क्यों लग रही है। आखिर ये भी तो हिन्दू ही हैं। क्या अपमानित होने वाले 97% हिन्दुओं की भावनाओं पर अपमानित करने वाले 3% धर्माचार्यों की भावनायें ज्यादा मायने रखती हैं।”
देश की महिलाओं, आदिवासियों, दलितों व पिछड़ो के सम्मान की बात करने से तथाकथित धर्म के ठेकेदारों को मिर्ची क्यों लग रही है। आखिर ये भी तो हिन्दू ही हैं।
क्या अपमानित होने वाले 97% हिन्दुओं की भावनाओं पर अपमानित करने वाले 3% धर्माचार्यों की भावनायें ज्यादा मायने रखती हैं।— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) January 31, 2023
स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयान पर कायम है। उनका कहना है कि वो पिछड़ो की बात कर रहें है साथ ही वो धर्म के नाम पर हो रहे पिछड़ों और दलितों के अपमान को बरदास्त नहीं करेंगे। स्वामी प्रसाद का कहना है कि वो अपने बयान पर कायम हैं। गौर हो कि रामचरितमानस पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने विवादित बयान दिया था। उनका कहना था कि इसे सरकार बैन करे। वहीं उन्होंने कहा कि वो राम श्रीराम का अपमान कर रहें है ना ही वो रामचरितमानस का अपमान कर रहें है बल्कि वो कुछ लाइन को सही नही मानते हैं।