UP Politics: सपा के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी की थी। जिसके बाद देश भर में उनका विरोध देखने को मिला था। इस बयान के बाद बीजेपी और सपा आमने सामने आ गए थे। वहीं ये विवाद खत्म होने का नाम नही ले रहा।
इस विवाद में प्रतिदिन नए आयाम आ रहें हैं। इसी कड़ी में आज सुबह सुबह सपा कार्यलय पर लगी एक होर्डिंग ने सभी को हैरान कर दिया। दरअसल सपा कार्यालय पर एक होर्डिंग लगाया जिसमे लिखा था कि ‘गर्व से कहो की हम शूद्र हैं।’ इस होर्डिंग ने एक नए विवाद को जन्म दे दिया।
आज लखनऊ स्थित सपा कार्यलय पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक प्रेस वार्ता की जहां पर उन्होंने इस होर्डिंग को लेकर बात की। इस होर्डिंग को लेकर स्वामी मौर्य ने कहा कि जो यह कह रहे हैं, यह उनकी पीड़ा है। स्वामी प्रसाद ने कहा कि जब यहां धर्म के ठेकेदार शूद्र कहकर के इस देश के आदिवासी, दलित, पिछड़े और महिलाओं को मारने पीटने की बात करते हैं।
ये उनकी पीड़ा बोल रही है जो पोस्टर में दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग महिला, दलित, आदिवासी को मारना पीटना अपना धर्म मानते हैं। बीजेपी ऐसे लोगों को अपना नेता मानती है। बीजेपी भी इन्हीं बातों में हामी भर रही है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी को भूलना नहीं चाहिए कि यही वो लोग हैं जिनको आप हिंदू कहकर वोट मांगते हैं। चुनाव के बाद इन्हें बेइज्जत करते हो और इन्हीं 97 फीसद लोगों की भावनाएं आहत करते हैं। बीजेपी ने ऐसे लोगों का समर्थन करके अपनी ओछी मानसिकता प्रदर्शित की है। सपा के महासचिव ने कहा कि बीजेपी आरक्षण को एक-एक करके खत्म करती जा रही है। चुनाव जीतने के बाद इनका समर्थन करना चाहिए, लेकिन आप इनके साथ दुश्मन जैसा बरताव कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि सपा नेता स्वामी ने रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दिया था। सपा नेता का कहना था कि इस किताब में कई ऐसी पंक्तियां अपत्तिजनक हैं। ऐसे में सरकार को इसपर बैन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वो धर्म पर पिछड़ों और दलितों के हो रहे शोषण को वो बरदास्त नहीं करेंगे। जानकारी हो कि सपा ने उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया है। इसके बाद वो पार्टी में शिवपाल यादव और प्रों रामगोपाल के बराबर हो गए हैं।
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