(Why did Swami Prasad Maurya lash out about caste census): यूपी (Up) की राजनीति में हर रोज कुछ ना कुछ नए हलचल होते रहते हैं। बीजेपी और सपा दोनों ही पार्टी एक दूसरे पर तंज कसने का एक भी मौका नहीं छोड़ती। अब ऐसे में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या अपने तीखे बयान की वजह से कुछ दिनों से चर्चा का विषय बने हुए हैं। अब ऐसे में सपा नेता मौर्या फिर से अपने तीखे बयान की वजह से सुर्खियों मे आ चुके हैं। इस बार उन्होंने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पर निशाना साधा है।
यूपी में एक बार फिर से जुबानी जंग शुरु हो गई है। वजह है जातीय जनगणना। सपा नेता मौर्या ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या पर जातीय जनगणना को ले कर तंज कसा है। उन्होंने कहा है की जातीय जनगणना कि मांग करने वाले एक हफ्ते में कैसे पलट गए? जिससे एक बार फिर से स्वामी प्रसाद चर्चा का विषय बन गए हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्या यहीं नहीं रूके इसके बाद उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि आखिरकार बीजेपी का पिछड़ा विरोधी चेहरा नज़र आ ही गया। इससे पहले उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने जातीय जनगणना के ऊपर बयान दिया था।
उन्होंने जातीय जनगणना की बात को ढोंग बताया है। डिप्टी सीएम सपा पर तंज कसते हुए कहा कि जब सपा की सरकार थी तब इसकी मांग क्यों नहीं की, उस समय मौन क्यों थे ? उन्होंने आगे कहा कि ये सब बस लोकसभा चुनाव में लाभ लेने का तरीका है। जहां बीजेपी जातीय जनगणना को र्सिफ एक जातीय जनगणना कह रही है, तो वहीं सपा जातीय जनगणना की मांग पर बल दे रही है। इसके लिए समाजवादी पार्टी ब्लॉक स्तर अभियान चलाएगी। सपा ने इसके लिए अलग-अलग कार्यक्रम भी तैयार कर लिए हैं।