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Uttar Pradesh News: यूपी के इस गांव की महिला प्रधान ने किया कुछ ऐसा  कि अब राष्ट्रपति मुर्मू भी करेंगी सम्मानित, जानिए वजह

• LAST UPDATED : March 1, 2023

Uttar Pradesh News: यूपी के अलीगढ़ में गांव की विकसित तस्वीर पेश करने के लिए महिला प्रधान को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सम्मानित करेंगे। अलीगढ़ में टप्पल ब्लॉक की ग्राम पंचायत भरतपुर के प्रधान नीलम देवी को 4 मार्च को स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान से नवाजा जाएगा । प्रदेश में कुल 3 महिला प्रधानों का चयन इस सम्मान के लिए किया गया है। जिसमें अलीगढ़ के टप्पल ब्लॉक के भरतपुर की प्रधान नीलम देवी भी शामिल हैं। भरतपुर गांव को प्रदेश भर में सबसे पहले जिले की ओडीएफ प्लस मॉडल गांव के रूप में चयनित किया गया।

खबर में खास:

  • जहां कभी होता था कचरे का ढ़ेर वहां है अब ओपन जिम और प्ले ग्राउंड

     

  • ‘कचरा से कंचन केंद्र’ का किया निर्माण
  • गांव में किए विकास के काम तभी मिल रहा ये सम्मान

जहां कभी होता था कचरे का ढ़ेर वहां है अब ओपन जिम और प्ले ग्राउंड

दरअसल, इस गांव में पहले कचरा प्रबंधन का कोई उपाय नहीं था। जगह-जगह कचरे का ढ़ेर था। बच्चे भी खेलने नहीं जा सकते थे। वहीं सरकारी स्कूल के बराबर में ही कचरे का ढ़ेर लगा रहता था। जिससे बदबू आदि की समस्या बनी रहती थी। देखने में यह काफी खराब लगता था। वहीं ग्राम प्रधान नीलम देवी ने कचरा प्रबंधन को लेकर गांव वालों की मीटिंग की। जिसमें यह तय किया गया कि ई-रिक्शा के माध्यम से घर-घर से कचरा उठाकर बाहर कचरे का निस्तारण किया जाएगा। वहीं रसोई में से गीला कचरा और सूखा कचरा को अलग तरीके से निस्तारित किया गया। ग्राम प्रधान नीलम देवी ने कचरा प्रबंधन के बेहतर उपाय निकालें और जहां कचरे का ढ़ेर लगा रहता था वहां सफाई करा कर ओपन जिम और प्ले ग्राउंड बच्चों के लिए बनवाया। वहीं गांव में हर व्यक्ति से कचरा प्रबंधन के लिए 30 रुपये शुल्क लिया जाता है।

‘कचरा से कंचन केंद्र’ का किया निर्माण

डीपीआरओ धनंजय जयसवाल ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के प्रथम चरण के बाद अब दूसरा चरण शुरू हो गया है और इसको लेकर के गांव में गंदगी और कूड़े के ढ़ेर के निस्तारण के लिए ‘कचरा से कंचन केंद्र’ का निर्माण किया गया। इस निर्माण के माध्यम से ग्राम पंचायत में कचरे का प्रबंधन करा कर मॉडल ग्राम के रूप में विकसित किया गया है। डीपीआरओ संजय जयसवाल ने बताया कि महिला प्रधान के स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान के लिए चयनित होना जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

गांव में किए विकास के काम तभी मिल रहा ये सम्मान

नीलम ने बताया कि गांव में अच्छे काम कराए हैं। जिससे राष्ट्रपति सम्मान से नवाजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि गांव में नाली, खड़ंजा, घर-घर पानी सप्लाई का काम कराया है तो वहीं नाली के गंदे पानी को भी स्वच्छ करने की योजना गांव में बनाई है। जिससे पानी खेतों में यूज कर सकते हैं। वहीं गांव ओडीएफ प्लस भी है। घर-घर शौचालय बनवाए गए हैं। सार्वजनिक शौचालय के साथ ही स्कूल में भी बेहतर काम करवाया है। स्थानीय ग्रामीण सुनील ने बताया कि यह हमारी पंचायत के लिए गर्व का क्षण है। ग्रामीण सचिन ने बताया कि गंदे पानी को साफ करने के लिए फिल्टर चेंबर बनवाए गए हैं। पानी साफ हो के तालाब में जाता है और फिर पानी से सिंचाई की जाती है।

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