उत्तराखंड(Uttar Pradesh) में लगातार जंगलों में लग रहे आग के कारण उत्तराखंड में नडीआरएफ की पहली बटालियन आंध्रप्रदेश, 10वीं बटालियन असम में और 15वीं बटालियन उत्तराखंड के जंगलों में काम करेगी। बड़े से बड़े आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ के पास अधिक प्रबंधन तंत्र प्रखर जवान मौजूद हैं। लेकिन आग की लपटों से निपटने का तरीका उनकेे पास नहीं है।
उत्तराखंड के जंगलों में राष्ट्रीय आपदा को देखते हुए एक विशेष बल की तैनाती की जाएगी। अब एनडीआरएफ की टीमों को जंगलों की आग बुझाने के लिए मोर्चे पर तैनात किया जाएगा। केंद्र सरकार ने लगभग 3 राज्यों में आग से हो रही आपदा को रोकने के लिए वन में सेना को तैनात करने की बात कही है। आग से निपटने के लिए एनडीआरएफ की तीन- तीन टुकड़ियों को जंगल में लगा दिया गया है। उत्तराखंड राज्य के अलावा आंध्रप्रदेश और असम राज्यों को भी इसमे शामिल किया गया है।
आपको बता दें कि एनडीआरएफ की पहली बटालियन टीमों को आंध्रप्रदेश तथा 10वीं बटालियन टीम असम में और 15वीं बटालियन टीम उत्तराखंड राज्य में अपना कार्य करेगी। किसी भी तरह की बड़ी आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम के पास कुशल प्रबंधन तंत्र और जवान मौजूद हैं। लेकिन वहीं आग की लपटों से निपटने का तरीका उनके पास नहीं था। इस कार्य के लिए उन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
वहीं उत्तराखंड राज्य में बटालियन के 50 जवानों की टीम को केंद्रीय अकादमी राज्य वन सेवा सीएएसएफओएस देहरादून में 6 से 18 फरवरी के बीच बटालियन टीम को दो सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जो जवान ट्रेनिंग ले चुके हैं। वे दूसरे जवानों को भी आग से निपटने के तरीके को बताएगे।