Varanasi: हाल ही में काशी विश्वनाथ धाम में शिवलिंग के स्पर्श दर्शन को लेकर मंदिर न्यास ने शुल्क लगाने की बात कही है। मंदिर न्यास के फैसले के अनुसार श्रद्धालुओं को बाबा के स्पर्श दर्शन के लिए 500 से 1000 रुपए तक चुराने पड़ सकते है। माना जा रहा है इसको लेकर सारी तैयारिया शुरू की जा चुकी है। जल्द ही इसे लागू किया जाएगा। मंदिर न्यास के इस फैसले पर विपक्ष की प्रतिक्रिया सामने आई है। सपा ने सरकार पर इस फैसले को लेकर आरोप लगाया है। अखिलेश यादव ने इस फैसले को गलत ठहराते हुए कहा कि यह धार्मिक आस्थाओं पर गहरी चोट है।
सपा प्रमुख अखिलेश ने इस फैसले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि “श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श-दर्शन के लिए शुल्क की बात उठना भी धार्मिक आस्थाओं पर गहरी चोट है। काशी निवासी व विश्व भर के बाबा विश्वनाथ के भक्त इस समाचार से बेहद आहत हैं। धर्म का व्यावसायीकरण करनेवाली धन पिपासु भाजपा सरकार कल को ‘गंगा जी’ के स्पर्श का भी शुल्क लगा सकती है।”
काशी विश्वनाथ धाम में कॉरिडोर निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। यही कारण है कि मंदिर प्रशासन ने फैसला लिया है कि कैसे इसको नियंत्रित किया जाए और कैसे आने वालो श्रद्धालुओं को आसानी से दर्शन हो सके। आपका बता दें कि धाम में भारी भीड़ देखी जा रही है। लंबी कतारों में बाबा के दर्शन के लिए भक्त आ रहें है।
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